सीजी भास्कर 20 अगस्त। मध्य प्रदेश की चर्चित गुमशुदगी केस में बड़ा मोड़ आ गया है।
इंदौर से कटनी जाने के दौरान रहस्यमय तरीके से ट्रेन से गायब हुई युवती अर्चना तिवारी 12 दिन बाद उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी से बरामद हुई।
पुलिस ने उसे सुरक्षित पाया है, लेकिन कई सवाल अब भी अनुत्तरित हैं कि आखिर वह बीच सफर से कैसे और क्यों लापता हुई।
कैसे गायब हुई थी अर्चना?
- 7 अगस्त को इंदौर-बिलासपुर नर्मदा एक्सप्रेस में अर्चना का आरक्षण AC कोच B3, बर्थ नंबर 3 पर था।
- सीसीटीवी फुटेज में वह ऑरेंज ड्रेस पहने, बैग और झोला लेकर हॉस्टल से स्टेशन जाती दिखीं।
- रात करीब 10 बजे आखिरी बार चाची से फोन पर बात हुई थी।
- 8 अगस्त को जब ट्रेन कटनी पहुंची, तो उसकी सीट पर सिर्फ बैग और गिफ्ट मिले, लेकिन वह खुद लापता थी।
कॉल डिटेल से पुलिस पहुंची ग्वालियर
जांच में अर्चना की कॉल डिटेल ने पुलिस को ग्वालियर तक पहुंचा दिया।
वहां एक सिपाही से कनेक्शन सामने आया, जिसने उसके लिए टिकट बुक कराए थे।
- पूछताछ में सिपाही ने स्वीकार किया कि वह डेढ़ साल से फोन पर संपर्क में था।
- उसने इंदौर से कटनी तक का बस टिकट जरूर बुक कराया, लेकिन ट्रेन यात्रा से इंकार किया।
- पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर लंबी पूछताछ की।
NDRF तक ने की थी खोजबीन
- भोपाल, रानी कमलापति और नर्मदापुरम स्टेशन के सीसीटीवी खंगाले गए।
- मोबाइल की लोकेशन नर्मदापुरम ब्रिज तक मिली।
- शक होने पर NDRF ने नर्मदा नदी में सर्च ऑपरेशन भी चलाया, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली।
लखीमपुर खीरी से बरामद
12 दिन बाद अर्चना को यूपी के लखीमपुर खीरी से सुरक्षित बरामद कर लिया गया।
पुलिस उससे पूछताछ कर रही है कि आखिर उसने ट्रेन क्यों छोड़ी और बीच रास्ते कहां गई।
परिवार ने राहत की सांस ली है, लेकिन अभी भी कई गुत्थियां सुलझना बाकी हैं।