सीजी भास्कर, 15 अक्टूबर। राजधानी की बिगड़ती ट्रैफिक व्यवस्था (Traffic Protest) के खिलाफ बुधवार को नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआइ) ने अनोखे अंदाज में विरोध प्रदर्शन किया। संगठन के प्रतिनिधिमंडल ने प्रभारी महामंत्री हेमंत पाल के नेतृत्व में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (यातायात) को ज्ञापन सौंपा और प्रतीकात्मक रूप से नींबू-मिर्ची भेंट कर ट्रैफिक विभाग की ‘नजर उतारी’।
प्रदर्शन के दौरान एनएसयूआइ कार्यकर्ताओं ने कहा कि रायपुर की ट्रैफिक व्यवस्था (Traffic Protest) को किसी की बुरी नजर लग गई है। लोधीपारा, शंकरनगर, मोवा और पंडरी जैसे व्यस्त क्षेत्रों में दिन-रात जाम लगना आम बात हो गई है।
छात्रों और ऑफिस जाने वालों को हो रही परेशानी
हेमंत पाल ने कहा कि शहर की सड़कों पर अवैध पार्किंग, हॉकरों का कब्जा, निष्क्रिय सिग्नल, और ट्रैफिक पुलिस की कमी (Traffic Protest) ने नागरिकों का जीना दूभर कर दिया है। खासकर छात्रों और दफ्तर जाने वालों को रोजाना जाम से जूझना पड़ता है। उन्होंने बताया कि एनएसयूआइ ने यातायात विभाग से जल्द ही सुधारात्मक कदम उठाने की मांग की है। प्रमुख मांगों में खराब सिग्नलों की मरम्मत व नए सिग्नल लगाना, स्कूल-कॉलेज के समय विशेष ट्रैफिक पुलिस ड्यूटी (Traffic Protest), अवैध पार्किंग और अतिक्रमण पर सख्त कार्रवाई शामिल है।
आंदोलन की चेतावनी
एनएसयूआइ के वाइस चेयरमैन पुनेश्वर लहरे ने चेतावनी दी कि यदि प्रशासन ने जल्द ठोस कदम नहीं उठाए, तो संगठन सड़कों पर उतरकर बड़ा आंदोलन करेगा। इस दौरान प्रदेश सचिव मोनू तिवारी, उपाध्यक्ष अंकित बंजारे, और कई कार्यकर्ता मौजूद रहे। प्रदर्शन के अंत में कार्यकर्ताओं ने यातायात भवन (Traffic Protest) के बाहर नींबू-मिर्च बांधकर विभाग की “बुरी नजर उतारने” की रस्म पूरी की — जिससे विरोध के साथ-साथ एक व्यंग्यात्मक संदेश भी दिया गया।