बालासोर, ओडिशा | 4 अगस्त 2025
ओडिशा के बहुचर्चित फकीर मोहन कॉलेज आत्मदाह कांड में एक बड़ा मोड़ सामने आया है। पुलिस ने मामले में दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें से एक आरोपी ABVP (अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद) का राज्य संयुक्त सचिव भी बताया जा रहा है। पुलिस का दावा है कि दोनों आरोपी छात्रा पर मानसिक दबाव बनाने और शिकायत वापस लेने के लिए डराने-धमकाने में शामिल थे।
गिरफ्तार आरोपी कौन हैं?
पुलिस ने जिन दो लोगों को गिरफ्तार किया है, उनमें एक छात्र ज्योति प्रकाश बिस्वाल है और दूसरा आरोपी शुभ्रा संबैत नायक, जो ABVP का एक प्रभावशाली पदाधिकारी है। दोनों को रविवार देर रात SDJM (उप-मंडल न्यायिक मजिस्ट्रेट) कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी गई और उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
क्या था पूरा मामला?
20 वर्षीय छात्रा ने कॉलेज के एक वरिष्ठ शिक्षक समीर रंजन साहू, जो विभागाध्यक्ष (HOD) हैं, पर यौन उत्पीड़न, मानसिक प्रताड़ना और धमकी देने का गंभीर आरोप लगाया था। छात्रा ने कॉलेज प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई, लेकिन जब कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई, तो 12 जुलाई को प्राचार्य के दफ्तर के सामने खुद को आग लगा ली। छात्रा 90% तक झुलस गई थी और तीन दिन बाद 15 जुलाई को उसकी मौत हो गई।
प्रशासन और छात्र संगठन पर दबाव डालने का आरोप
छात्रा के परिजनों का आरोप है कि उसे लगातार शिकायत वापस लेने के लिए धमकाया जा रहा था। यही नहीं, प्रिंसिपल और एचओडी ने शिकायत को कॉलेज की आंतरिक शिकायत समिति (ICC) में दबाने की कोशिश की। जांच में ये भी सामने आया है कि एचओडी साहू ने दूसरे छात्रों को संगठित करके पीड़िता पर सामाजिक दबाव बनाया और उसे मानसिक रूप से कमजोर किया।
अब तक की कार्रवाई
इस मामले में अब तक:
- प्रिंसिपल और एचओडी समीर रंजन साहू को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।
- कुल 4 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
- पुलिस अब इस केस को फास्ट ट्रैक कोर्ट में ले जाने की तैयारी कर रही है।
- पीड़ित परिवार को सुरक्षा देने और न्याय दिलाने की मांग पूरे राज्य में उठ रही है।