सीजी भास्कर, 21 जुलाई |
बीजापुर, छत्तीसगढ़ | 21 जुलाई 2025:
बीजापुर जिले में नक्सलियों की हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही। रविवार देर रात एक बार फिर दो ग्रामीणों की बेरहमी से हत्या कर दी गई। दोनों को उनके घरों से उठा ले जाया गया और धारदार हथियार से सिर पर वार कर मार डाला गया। घटना तर्रेम थाना क्षेत्र की है और इसकी जिम्मेदारी जगरगुंडा एरिया कमेटी ने ली है।
मृतकों की पहचान:
- कवासी जोगा (55 वर्ष) – ग्राम छुटवाई
- मंगलू कुरसाम (50 वर्ष) – ग्राम बड़ा तर्रेम
बताया जा रहा है कि मंगलू के बेटे नंदू ने हाल ही में नक्सलियों का साथ छोड़ पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया था। माना जा रहा है कि नक्सली उसी की तलाश में आए थे, लेकिन घर पर न पाकर पिता को मौत के घाट उतार दिया।
25 दिन में 10 हत्याएं
बीते 25 दिनों में नक्सलियों ने कुल 10 लोगों की हत्या कर दी है। इनमें शामिल हैं:
- 6 आम ग्रामीण
- 2 छात्र
- 2 शिक्षा दूत
इन सभी पर पुलिस के लिए मुखबिरी करने का शक जताया गया।
प्रमुख घटनाएं:
17 जून 2025 – तीन हत्याएं
पेद्दाकोरमा गांव:
70-80 हथियारबंद नक्सली गांव में घुसे और तीन लोगों की रस्सी से गला घोंटकर हत्या कर दी। मृतकों में एक 13 वर्षीय छात्र, एक कॉलेज छात्र और एक ग्रामीण युवक था। अन्य 10 लड़कों को भी अगवा किया गया, जिन्हें बुरी तरह पीटने के बाद छोड़ दिया गया।
22 जून 2025 – दो और हत्याएं
पामेड़ थाना क्षेत्र:
सरेंडर कर चुके नक्सली समैय्या और एक ग्रामीण वेको देवा को पुलिस मुखबिरी के शक में मारा गया।
21 जुलाई 2025 – दो ताजा हत्याएं
तर्रेम थाना क्षेत्र:
जगरगुंडा कमेटी ने दो ग्रामीणों की हत्या कर दी। एक मृतक का बेटा सरेंडर नक्सली है।
क्यों निशाने पर हैं ग्रामीण?
बीजापुर में मारे गए कई ग्रामीण सरेंडर नक्सली दिनेश मोड़ियम के रिश्तेदार थे। नक्सलियों का आरोप है कि उन्होंने दिनेश को आत्मसमर्पण के लिए उकसाया और उससे पैसे लिए। इसी “गुनाह” की सजा उन्हें मौत दी गई।
25 साल में 1821 हत्याएं:
छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र में नक्सली गतिविधियों ने पिछले 25 वर्षों में 1821 जानें ली हैं।
इनमें शामिल हैं:
- आम नागरिक
- छात्र
- जनप्रतिनिधि
- पूर्व नक्सली
बीजापुर इस आंकड़े में सबसे आगे है।
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस और सुरक्षा बलों ने क्षेत्र में अतिरिक्त जवान तैनात कर गश्त बढ़ा दी है।
जांच टीमें मौके पर पहुंच चुकी हैं और आगे की कार्रवाई की जा रही है।