सीजी भास्कर, 14 अक्टूबर। राजधानी रायपुर में महिला एवं बाल विकास विभाग की अभिनव पहल ‘उद्भव’ (Udbhav Launch Raipur) का शुभारंभ किया गया। यह कार्यक्रम बच्चों की देखरेख और संरक्षण के लिए एक नई शुरुआत है, जो राज्य में हर बच्चे को सुरक्षित और सशक्त भविष्य देने का लक्ष्य रखता है। इसका उद्घाटन महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े के मुख्य आतिथ्य में खम्हारडीह स्थित शासकीय बालिका गृह में किया गया। यह पहल छत्तीसगढ़ चाइल्ड प्रोटेक्शन प्रोग्राम (Chhattisgarh Child Protection Program) के अंतर्गत संचालित की जा रही है।
मंत्री राजवाड़े ने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के मार्गदर्शन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “विकसित भारत 2047” के विजन से प्रेरित होकर राज्य सरकार बच्चों के सर्वांगीण विकास और सुरक्षा के लिए सतत कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि ‘उद्भव’ कार्यक्रम (Udbhav Launch Raipur) इसी दिशा में एक अभिनव प्रयास है, जो हर बच्चे को स्नेह, सुरक्षा और सम्मान के साथ सशक्त जीवन जीने का अवसर प्रदान करेगा।
इस अवसर पर उन्होंने शासकीय बालिका गृह में कंप्यूटर लैब का शुभारंभ किया और लाइब्रेरी का अवलोकन किया। उन्होंने बच्चों से संवाद करते हुए कहा कि तकनीकी शिक्षा और जीवन कौशल आज के युग की आवश्यकता हैं, ताकि बच्चे आत्मनिर्भर और आत्मविश्वासी बन सकें।
महिला एवं बाल विकास विभाग ने Catalysts for Social Action (CSA) संस्था के साथ जुलाई 2025 में एम.ओ.यू. किया था। संस्था के सहयोग से रायपुर, दुर्ग, सरगुजा और बस्तर संभागों की 15 संस्थाओं में प्रथम चरण में कार्य प्रारंभ किया जा रहा है। इस पहल के अंतर्गत शिक्षा, स्वास्थ्य, करियर काउंसलिंग, व्यावसायिक प्रशिक्षण और जीवन कौशल से जुड़े कार्यक्रम संचालित होंगे।
राज्य में वर्तमान में 112 बाल देखरेख संस्थाएं संचालित हैं, जिनमें 2000 से अधिक बच्चों की देखभाल की जा रही है।
वहीं गैर संस्थागत देखरेख (Child Welfare Scheme) के अंतर्गत दत्तक ग्रहण, स्पॉन्सरशिप, फोस्टर केयर और आफ्टर केयर जैसे कार्यक्रमों से भी बड़ी संख्या में बच्चे लाभान्वित हो रहे हैं।
इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास विभाग के संचालक पदुम सिंह एल्मा, CSA संस्था की सीईओ स्मिता शेट्टी, एक्सिस बैंक के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट अभिजीत अग्रवाल, संयुक्त संचालक नंदलाल चौधरी, जिला बाल संरक्षण अधिकारी, बाल कल्याण समिति, किशोर न्याय बोर्ड, संरक्षण अधिकारी और बाल देखरेख संस्थाओं के अधीक्षक उपस्थित रहे। अधिकारियों ने कहा कि यह छत्तीसगढ़ बाल संरक्षण पहल (Chhattisgarh Child Welfare Program) राज्य में बाल अधिकारों को नई दिशा देगी और बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए ठोस आधार तैयार करेगी।