बिलासपुर | 16 जुलाई 2025
डबल डिग्री को लेकर वर्षों से बनी असमंजस की स्थिति अब समाप्त हो गई है। यूजीसी (UGC) ने साफ कर दिया है कि एक साथ ली गई दो डिग्रियां, यदि संस्थान से अनुमति प्राप्त थी, तो उन्हें वैध माना जाएगा। यह निर्णय विशेष रूप से गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय और अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय से जुड़े छात्रों के लिए बड़ी राहत लेकर आया है।
डबल डिग्री धारकों को मिलेगा सीधा फायदा
वर्ष 2022 से पहले जो छात्र एक साथ दो डिग्री कोर्स कर चुके थे — जैसे BA+B.Ed, B.Sc+MA, या अन्य स्नातक/स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम — और जिन्हें डर था कि कहीं ये डिग्री अमान्य न हो जाए, उनके लिए अब UGC की नई गाइडलाइन स्पष्ट कर चुकी है कि वे सभी डिग्रियां मान्य होंगी, यदि वे संबंधित विश्वविद्यालय की अनुमति से की गई हैं।
क्या कहता है नया UGC डबल डिग्री नियम?
UGC की नई नीति के प्रमुख बिंदु:
- छात्र दो फुल टाइम कोर्स एक साथ तभी कर सकते हैं, जब उनकी क्लास का समय एक जैसा न हो।
- एक कोर्स रेगुलर मोड में और दूसरा कोर्स डिस्टेंस या ऑनलाइन मोड में किया जा सकता है।
- यदि दोनों डिग्री कोर्स विश्वविद्यालय या काउंसिल की विधिवत अनुमति से संचालित किए गए हैं, तो उन्हें पूरी तरह वैध माना जाएगा।
- 2022 से पहले की गई डबल डिग्रियों को भी अब मान्यता मिल गई है।
छात्रों की चिंताएं खत्म, करियर को नई दिशा
अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक डॉ. तरुणधर दीवान ने कहा कि,
“छात्रों को यह डर था कि डबल डिग्री के कारण कहीं उनका भविष्य न बिगड़ जाए, लेकिन अब यूजीसी के इस स्पष्ट निर्देश से छात्रों का आत्मविश्वास बढ़ेगा। यह फैसला रोजगार और उच्च शिक्षा दोनों की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।”
बिलासपुर के सैकड़ों छात्र होंगे लाभान्वित
इस फैसले का सीधा लाभ बिलासपुर और आसपास के छात्रों को मिलेगा, जिन्होंने विभिन्न कोर्स एक साथ किए थे। अब वे नौकरी के आवेदन, प्रतियोगी परीक्षाओं और उच्च शिक्षा के लिए डबल डिग्री को बिना किसी संशय के इस्तेमाल कर सकेंगे।