सीजी भास्कर, 11 दिसंबर। भारत के सबसे चहेते त्योहार दिवाली को अमूर्त विश्व धरोहर घोषित कर दिया गया है। यूनेस्को (UNESCO Cultural Heritage List) ने यह ऐलान अपने इंटर-गवर्नमेंटल कमेटी फॉर इंटैन्जिबल हेरिटेज के 20वें सत्र में किया जो कि राजधानी दिल्ली स्थित लाल किले पर चल रहा था।
बुधवार (10 दिसंबर) को आयोजित इस सत्र के दौरान जैसे ही दिवाली का नाम लिया गया पूरा ऑडिटोरियम जय हिंद, वंदे मातरम और भात माता की जय जैसे नारों से गूंजने लगा। आपको बता दें, यह सत्र कुल 6 दिन तक चलेगा। 3 दिसंबर से 13 दिसंबर तक जारी रहने वाले इस सत्र में 180 से भी ज्यादा प्रतिनिधि शामिल हैं।
लिस्ट में किन चीजों का नाम हो सकता है शामिल?
UNESCO ने अपनी अमूर्त विश्व धरोहर की सूची में दिवाली का नाम भी शामिल किया है। लेकिन अमूर्त विश्व धरोहर का आखिर मतलब क्या है? दरअसल यह यूनेस्को की ऐसी लिस्ट है जिसमें दुनिया की कल्चरल और ट्रेडिशनल चीजों के नाम शामिल किए जाते हैं। ध्यान रहे कि यह चीजें ऐसी होती हैं जिन्हें हम अपने हाथों से स्पर्श तो नहीं सकते हैं लेकिन अनुभव जरूर कर सकते हैं। दिवाली का नाम शामिल होने से पहले इस लिस्ट में भारत की संस्कृति से जुड़ी 15 चीजें थीं।
भारत की ये 16 परंपराएं लिस्ट में शामिल
मालूम हो कि, यूनेस्को UNESCO Cultural Heritage List ने दिवाली को मिला कर भारत की कुल 16 परंपराओं को अपनी अमूर्त विश्व धरोहर की लिस्ट में शामिल किया है। रामलीला को साल 2008, वेद पठन को 2008, कुटियट्टम को 2008, राम्मन को 2009,
कालबेलिया लोक गीत-नृत्य को 2010, छऊ नृत्य को 2010, मुदियेडू को 2010, लद्दाख में बौद्ध पाठ को 2012, मणिपुर का संकीर्तन (2013), जंडियाला गुरु के ठठेरा बर्तन निर्माण (2014), नवरोज को 2016, योग (2016), कुंभ मेला (2017), कोलकाता की दुर्गा पूजा (2021), गुजरात का गरबा (2023) और दिवाली को साल 2025 में शामिल किया गया है।
पीएम मोदी ने जाहिर की खुशी
पीएम मोदी ने पोस्ट में लिखा कि भारत और दुनिया भर के लोग बहुत खुश हैं। हमारे लिए, दीपावली हमारी संस्कृति और मूल्यों से बहुत करीब से जुड़ी हुई है। यह हमारी सभ्यता की आत्मा है। यह रोशनी और सच्चाई का प्रतीक है। यूनेस्को की अमूर्त विरासत सूची में दीपावली के शामिल होने से इस त्योहार की ग्लोबल लोकप्रियता और भी बढ़ेगी। प्रभु श्री राम के आदर्श हमें हमेशा रास्ता दिखाते रहें।
यूनेस्को का क्या काम है
UNESCO संयुक्त राष्ट्र (UN) का एक विशेष संगठन है। इसका काम शिक्षा (Education), विज्ञान (Science,), संस्कृति (Culture) और संचार (Communication) के जरिए विश्व में शांति और सुरक्षा को कायम रखना है।


