सीजी भास्कर, 31 जुलाई |
बिलासपुर।
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में उचित मूल्य दुकान विक्रेता संघ के अध्यक्ष ऋषि उपाध्याय की दुकान को निलंबित कर दिया गया है। आरोप है कि अध्यक्ष की राशन दुकान में चावल के बदले कार्डधारियों को नकद रुपये दिए जा रहे थे, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। जांच के बाद अनियमितता की पुष्टि होने पर यह बड़ी कार्रवाई की गई।
वायरल वीडियो ने खोली पोल
मामला वार्ड क्रमांक 23 मदर टेरेसा नगर, मगरपारा क्षेत्र की दुकान से जुड़ा है। यह दुकान जय महालक्ष्मी महिला स्व सहायता समूह के नाम से संचालित हो रही थी। वीडियो में राशन दुकानदार को सरकारी चावल की जगह उपभोक्ताओं को पैसे देते हुए देखा गया, जो स्पष्ट रूप से नियमों के खिलाफ है।
विभाग ने की तुरंत जांच, मिले कई सबूत
शिकायत मिलते ही खाद्य विभाग की टीम 7 जून को मौके पर पहुंची और जांच की। जांच में कई गंभीर अनियमितताएं सामने आईं। इसके बाद 16 जून को समूह के अध्यक्ष, सचिव और विक्रेता को शोकॉज नोटिस जारी किया गया था।
जवाब असंतोषजनक, दुकान की मिली सजा
जवाब मिलने के बाद विभाग ने पाया कि जवाब संतोषजनक नहीं है। ऐसे में सार्वजनिक वितरण प्रणाली आदेश 2016 की कंडिका 16 के तहत दुकान को सस्पेंड कर दिया गया। विभाग का कहना है कि ये कार्रवाई नियमों के उल्लंघन और उपभोक्ताओं के साथ धोखाधड़ी के आधार पर की गई है।
राशन कार्डधारियों को मिलेगा वैकल्पिक केंद्र
खाद्य नियंत्रक अमृत कुजूर ने जानकारी दी कि इस दुकान को आदर्श प्राथमिक उपभोक्ता भंडार में अटैच किया गया है। अब राशन कार्डधारियों को उसी वार्ड में अलग से केंद्र बनाकर राशन वितरित किया जाएगा ताकि आम लोगों को परेशानी न हो।