सीजी भास्कर, 15 जुलाई। राजकीय महाराणा भूपाल अस्पताल की इमरजेंसी में सांप के काटने का इलाज कराने पहुंचा शख्स अपने साथ उस सांप को भी थैली में डाल कर ले आया। समय रहते उपचार मिलने के कारण उसकी जान अब खतरे से बाहर है।
आपको बता दें कि राजस्थान के उदयपुर जिले के खांजीपीर इलाके कल शाम जो घटना हुई, उसने डॉक्टरों समेत हर किसी को हैरान कर दिया। एक शख्स को सांप ने डस लिया लेकिन उसने घबराने की बजाय सूझबूझ से काम लेते हुए सांप को मारा नहीं, बल्कि उसे पकड़ कर एक थैली में बंद किया और लेकर सीधे अस्पताल पहुंच गया।
शख्स जब राजकीय महाराणा भूपाल अस्पताल की इमरजेंसी में पहुंचा, तो हाथ में थैली लिए डॉक्टर से बोला- “डॉक्टर साहब, यही है वो आरोपी… जिसने मुझे काटा है, अब आप इलाज शुरू कीजिए।”
पहले तो डॉक्टर चौक गए लेकिन जैसे ही थैली में सांप को देखा, तुरंत गंभीरता को समझते हुए इलाज शुरू किया। शख्स की समझदारी की वजह से डॉक्टरों को सांप की प्रजाति पहचानने में कोई दिक्कत नहीं हुई और उन्होंने तुरंत एंटी-वेनम इंजेक्शन लगाकर इलाज शुरू कर दिया।
समय रहते उपचार मिलने के कारण शख्स अब खतरे से पूरी तरह बाहर है। अस्पताल स्टाफ ने बताया कि यह अपनी तरह का पहला मामला है जब कोई मरीज अपने हमलावर को साथ लेकर अस्पताल आया हो।
आमतौर पर लोग घबराहट में सांप को मार देते हैं या पहचान नहीं कर पाते, जिससे इलाज में देरी होती है लेकिन इस मामले में युवक ने न केवल जान बचाई बल्कि डॉक्टरों का काम भी आसान कर दिया।
इलाज के बाद सांप को वन विभाग के अधिकारियों को सौंप दिया गया है। अस्पताल प्रशासन ने इस शख्स की सूझबूझ की सराहना की और कहा कि इस तरह के व्यवहार से गंभीर हालात में भी जान बचाई जा सकती है।
विशेषज्ञों का मानना है कि आपात स्थिति में संयम और समझदारी से काम लिया जाए तो मुश्किल हालात पर भी काबू पाया जा सकता है। घबराने से स्थितियां बिगड़ सकती हैं और इलाज में देरी जानलेवा साबित हो सकती है।