सीजी भास्कर, 23 अगस्त। हिंदू धर्म में कृष्ण जन्माष्टमी का विशेष महत्व है। हिंदू पंचांग के अनुसार, कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व भाद्रपद महीने की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। मान्यताओं के अनुसार, भगवान कृष्ण का जन्म अष्टमी तिथि, रोहिणी नक्षत्र, लग्न वृषभ राशि की मध्य रात्रि को माता देवकी के गर्भ से हुआ था। भगवान श्रीकृष्ण का जीवन अद्भुत और अलौकिक रहा। उन्हें भगवान विष्णु का आठवां अवतार माना जाता है।
26 या 27 अगस्त कब है जन्माष्टमी
इस साल कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व 26 अगस्त को मनाया जाएगा हालांकि बांके बिहारी मंदिर वृंदावन में कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व 27 अगस्त को मनाया जाएगा। 26 अगस्त को पूरे देश में भगवान कृष्ण का जन्मोत्सव मनाया जाएगा। भगवान लड्डू गोपाल की विधि विधान से पूजा-अर्चना की जाएगी और कृष्ण भक्त इस दिन व्रत रखेंगे। वैदिक पंचांग के अनुसार, भाद्रपद महीने की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि की शुरुआत 26 अगस्त की सुबह 3:41 बजे से शुरू होकर 27 अगस्त की सुबह 2:21 बजे तक है। इस साल कृष्ण जन्माष्टमी 26 अगस्त को मनाई जाएगी।
कृष्ण जन्माष्टमी पर रोहिणी नक्षत्र कब
रोहिणी नक्षत्र का आरंभ : 26 अगस्त, 2024 को शाम 3:54 बजे
रोहिणी नक्षत्र का समापन: 27 अगस्त, 2024 को शाम 3:39 बजे
पूजा का मुहूर्त
हिंदू पंचांग के अनुसार, कृष्ण जन्माष्टमी का शुभ मुहूर्त 26 अगस्त की रात 12:00 बजे से 12:44 बजे तक रहेगा।