सीजी भ्स्स्कर 7 नवम्बर महिला क्रिकेट (Women Cricket World Cup Victory) ने भारत को विश्व विजेता बनाकर इतिहास रच दिया है। इस शानदार उपलब्धि के बाद जब टीम की दो खिलाड़ी, हरलीन देओल और अमनजोत कौर, पंजाब लौटीं, तो उनके स्वागत में राज्य सरकार ने कोई कसर नहीं छोड़ी। शहीद भगत सिंह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पंजाब के खेल मंत्री ने दोनों खिलाड़ियों का गर्मजोशी से स्वागत किया।
ढोल की थाप, फूलों के हार और जयकारों के बीच जब ये दोनों बेटियां मैदान से वतन लौटीं, तो हर किसी के चेहरे पर गर्व झलक रहा था। खेल मंत्री ने कहा—“पंजाब की बेटियों ने सिर्फ राज्य नहीं, पूरे भारत का नाम ऊँचा किया है।”
Punjab Women Cricketers को मिलेगा विशेष सम्मान
पंजाब सरकार (Punjab Women Cricketers) ने घोषणा की है कि जल्द ही विश्वविजेता खिलाड़ियों को विशेष राज्यस्तरीय सम्मान दिया जाएगा। खेल मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि सरकार खेलों को नई ऊँचाइयों पर ले जाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने बताया कि बेटियों के इस गौरवपूर्ण प्रदर्शन से राज्य के हर युवा खिलाड़ी को प्रेरणा मिलेगी।
इस मौके पर राज्य के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा के साथ-साथ कई प्रमुख नेता और अधिकारी मौजूद रहे। सभी ने विजेता खिलाड़ियों को सम्मानित करते हुए कहा कि यह जीत हर भारतीय के लिए गर्व का क्षण है।
पंजाब सरकार देगी सम्मान, बढ़ेगा खेलों का दायरा
सरकार (Women Cricket World Cup Victory) की ओर से पहले ही घोषणा की जा चुकी है कि पंजाब लौटने के बाद तीनों खिलाड़ियों — कप्तान हरमनप्रीत कौर, हरलीन देओल, और अमनजोत कौर — को भव्य सम्मान समारोह में सम्मानित किया जाएगा। राज्य के युवा विभाग और खेल मंत्रालय ने पहले ही तैयारियाँ शुरू कर दी हैं।
पंजाब के खेल मंत्री ने कहा—“यह जीत केवल एक टूर्नामेंट नहीं, बल्कि भारत की बेटियों की मेहनत, आत्मविश्वास और संघर्ष की कहानी है।”
Women Cricket World Cup Victory से भारत का मान बढ़ा
भारत की इस ऐतिहासिक जीत (Women Cricket World Cup Victory) ने विश्व मंच पर भारतीय महिला क्रिकेट को नई पहचान दी है। पंजाब सरकार ने साफ कहा है कि खेलों को लेकर अब राज्य में और भी योजनाएँ लाई जाएँगी, ताकि नई पीढ़ी को बेहतर अवसर मिल सकें।
इस जीत से यह संदेश गया है कि अगर इच्छाशक्ति और मेहनत हो, तो बेटियाँ किसी भी मंच पर झंडा गाड़ सकती हैं। पंजाब की इन बेटियों ने यह साबित कर दिया कि “खेल सिर्फ मैदान में नहीं, बल्कि दिलों में भी जीता जाता है।”
