सीजी भास्कर, 30 अप्रैल। पुलिस हिरासत से भागने की कोशिश में एक 19 साल के युवक की मौत हो गई है। इस घटना के बाद गुस्साए परिजनों ने सड़क जाम कर हंगामा करने के साथ पुलिस पर पथराव तक शुरू कर दिया। बढ़ते तनाव और बेकाबू होती भीड़ को काबू करने के लिए भारी संख्या में जवान तैनात किए हैं ताकि किसी भी तरह की कोई अप्रिय घटना न हो। मामला साउथ वेस्ट डिस्ट्रिक दिल्ली के कापासहेड़ा थाने इलाके का है।
साउथ वेस्ट डिस्ट्रिक्ट दिल्ली के DCP सुरेंद्र चौधरी ने बताया कल दोपहर 3 बजे द्वारका जिले की पुलिस टीम के HC बलवीर सिंह और कांस्टेबल नितेश मोटरसाइकिल से गश्त कर रहे थे। तभी उन्हें एक बाइक (नंबर DL9SBX7699) पर सवार दो लड़के संदिग्ध लगे। पुलिस ने रुकने का इशारा किया। इशारा करते ही वे रुकने के बदले उसने बचकर भागने लगे। पुलिस और संदिग्ध बाइक सवारों के बीच थोड़ी देर भाग दौड़ हुआ फिर आखिरकार दोनों को पुलिस टीम ने धर दबोचा।
आर्म्स एक्ट और चोरी के तहत मामला दर्ज कर किया गिरफ्तार
पकड़े गए युवकों की पहचान पुलिस ने 28 वर्षीय विकास उर्फ मजनू और 19 वर्षीय रवि साहनी उर्फ रवि कालिया के रूप में की है और ये दोनों समालका नई दिल्ली के रहने वाला है। हिरासत में लेने के बाद दोनों की हुई तलाशी में विकास के पास से एक देशी पिस्तौल और एक जिंदा कारतूस मिला। साथ ही उसकी बाइक चोरी की निकली, जिसका केस पहले से पालम गांव थाने में दर्ज था।
पुलिस ने दोनों को हिरासत में लिया और कापासहेड़ा थाने में आर्म्स एक्ट और चोरी के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया। यह पूरा मामला कानूनी जांच के तहत देखा जा रहा है।
इलाज के दौरान एक की हो गई मौत
गिरफ्तारी के बाद जांच प्रक्रिया में दोनों का अस्पताल से मेडिकल करवाने के बाद पुलिस टीम द्वारा उन्हें वसंत कुंज नॉर्थ थाने लॉकअप में लाया जा रहा था। लेकिन रास्ते में, गाड़ी धीमी होने पर दोनों ने चलती गाड़ी से छलांग लगा दी। इस दौरान रवि साहनी के सिर में गहरी चोट लगी और वह बेहोश हो गया।
उसे तुरंत IGI हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। दूसरा आरोपी विकास भी घायल हुआ, लेकिन उसकी हालत स्थिर है और वह हॉस्पिटल में भर्ती है।
रवि के मौत की खबर परिजनों को लगते ही फूटा गुस्सा
रवि की मौत की खबर सुनते ही उसके परिवार वालों का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। उन्होंने सैकड़ों की संख्याके पहुंच पहले सड़क जाम कर दी और पुलिस के खिलाफ प्रोटेस्ट शुरू कर दिया। पुलिस द्वारा हल्के बल के प्रयोग के कारण मामला बिगड़ गया और गुस्साये परिजनों ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया।
उनका आरोप है कि पुलिस ने उनके बेटे के साथ बेरहमी से मारपीट की जिसके चलते उसकी मौत हुई है। वहां मौजूद कुछ लोगो का ये भी कहना है कि पहले एक नाबालिग सहित इन तीनों को हिरासत में लिया और जमकर तीनो की पिटाई की। नाबालिग लड़के को छोड़ दिया और रवि और विकास को हिरासत में रखा।
कापासहेड़ा में हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं। पुलिस ने भीड़ को काबू करने के लिए भारी संख्या में जवान तैनात किए हैं। परिजन इंसाफ की मांग को लेकर अड़े हुए हैं। वहीं पुलिस का कहना है कि यह हादसा भागने की कोशिश में हुआ। सच क्या है, यह जांच के बाद ही पता चलेगा की आखिरकार ये हादसा है या कुछ और...?