सीजी भास्कर, 6 मार्च |
होली के त्योहार के चलते मिलावटी मावा खपाने का खेल शुरू हो गया है। इस खेल का कंट्रोल भिंड और मुरैना से किया जा रहा है। भिंड से मावा सप्लाई करने का काम भी शुरू कर दिया है। इसे शहर में अलग-अलग जगह बनाए गए गोदामों पर छिपाकर रखने के साथ दूसरे जिलों में भेजा जा रहा है।
खाद्य सुरक्षा विभाग टीम एक सूचना पर फूलबाग मैदान चौराहा पहुंचीं, जहां ओम साईं टूरिस्ट वाहन से मावे का परिवहन होता मिला। इससे साफ पता चलता है कि नकली मावे का कारोबार जोर पकड़ने लगा है, यह मावा भिंड से ग्वालियर भेजा गया था।
ग्वालियर चंबल अंचल मिलावट के मामले में कुख्यात है। ग्वालियर में मावा और पनीर का उत्पादन नहीं है, लेकिन मिलावट का मार्ग मुरैना और भिंड से जुड़ा हुआ है। मुरैना से दूध और पनीर आता है, वहीं भिंड से मावे की सप्लाई होती है।
चैकिंग प्वाइंट जांचे जा रहे नमूने
- छोटी-बड़ी गाड़ियों से लेकर पब्लिक ट्रांसपोर्ट वाहनों में छिपाकर इनकी सप्लाई मिलावटखोरों ने शुरू कर दी है। खाद्य सुरक्षा विभाग का दावा है कि सैंपल लेने के साथ विभिन्न चेकिंग प्वाइंट पर जांच कर नूमने राज्य लैब भोपाल भेजा जा रहा है।
- विभाग के इस दावे के बावजूद मिलावटखोर सक्रिय रहकर होली के त्योहार पर मिलावटी मावा और पनीर की सप्लाई करने की तैयारी कर चुके हैं।
अब तक नहीं आई 150 सैंपल की जांच रिपोर्ट
नूमने की जांच स्थानीय स्तर पर नहीं होने के कारण जांच रिपोर्ट आने में दो से तीन माह का समय लग रहा है। इससे मिलावटखोरों को बचने का समय मिल रहा है। खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने जनवरी और फरवरी माह में विभिन्न प्रतिष्ठानों से सैंपल लेकर जांच के लिए भोपाल लैब भेजे थे, लेकिन उनकी रिपोर्ट अब तक विभाग को नहीं मिल सकी है। बताते हैं कि राज्य लैब में 150 से अधिक सैंपल पेडिंग हैं।
छह साल में फूड लैब नहीं हो सकी शुरू
- ग्वालियर-चंबल में हर साल विशेष अभियान चलाने का दावा किया जाता है, लेकिन फूड लैबोरेटरी पर चुप्पी साध जाती है। छह साल पहले हुरावली पर फूड लैबोरेटरी का शिलान्यास किया गया था।
- लैब भवन बनकर तैयार है, उपकरण भी यहां पहुंच गए है, लेकिन लैब अब तक शुरू नहीं हो सकी, जबकि वर्ष 2022 तक लैब शुरू होना थी। समय सीमा खत्म होने के बाद भी लैब शुरू होने का इंतजार किया जा रहा है। लैब के शुरू न होने के कारण सैंपल जांच के लिए भोपाल लैब भेजने पड़ते हैं।
टीकमगढ़ जा रहा 240 किलोग्राम मावा पकड़ा
- टूरिस्ट वाहन से मावा का परिवहन होने की सूचना पर खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम फूलबाग मैदान चौराहा पर पहुंची। खाद्य सुरक्षा अधिकारी राजेश कुमार गुप्ता व निरूपमा शर्मा ने यहां दबिश देकर ओम सांई टूरिस्ट वाहन से मावा जब्त किया।
- वाहन चालक ने बताया कि दिनेश साहू निवासी टीकमगढ़ के यहां मावा ले जा रहा था। देवानंद नरवरिया साईं मावा भंडार दानाओली से 240 किलोग्राम मावा लोड किया गया था। जब्त मावा की मोबाइल फूड लैब से जांच करने पर यूरिया, डिटर्जेंट व स्टार्च नहीं मिला, लेकिन एसएनएफ व फैट्स की कमी की आशंका पर मावा के दो नमूने लिये गए।
- 66 हजार 200 रुपये का मावा जब्त किया गया। मौके पर उपस्थित मावा मालिक देवानंद नरवरिया ने मावा को भिंड से लाना बताया, लेकिन वह दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर सका।
इन प्रतिष्ठानों से लिए सैंपल
- इसके साथ ही खाद्य सुरक्षा अधिकारी सतीश कुमार शर्मा ने भरोसा डेयरी और स्वीट्स दाल बाजार से रसगुल्ला का नमूना, जय भोलेनाथ मिष्ठान भंडार से सोनपपड़ी के नमूने लिये। खाद्य सुरक्षा अधिकारी बृजेश कुमार शिरोमणि ने अग्रवाल स्वीट्स कंपू से सोनपपड़ी और पैठा के नमूने लिये।
- खाद्य सुरक्षा अधिकारी गोविंद नारायण सरगैंया ने परमाननंद स्वीट्स कंपू तिराहा का निरीक्षण कर मावा बर्फी एवं मैदा के नमूने लिए। खाद्य सुरक्षा अधिकारी सतीश धाकड़ ने गोपाल उद्योग दाल बाजार से नमकीन व चाट पपड़ी के नमूने लिये। खाद्य सुरक्षा अधिकारी राजेश कुमार गुप्ता ने जय बजरंग डेयरी हुरावली तिराहा से दूध व सरस्वती डेयरी बलबंत नगर से दूध का नमूना लिया।