लखनऊ , 08 अप्रैल 2025 :
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को लखनऊ स्थित इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ अभियान के अंतर्गत विभिन्न सामाजिक संगठनों और स्वयंसेवी संस्थाओं के राज्यस्तरीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ की आवश्यकता को देश के राजनीतिक और आर्थिक भविष्य के लिए अत्यंत आवश्यक बताया. उन्होंने कहा कि बार-बार चुनाव कराना न केवल जनता पर आर्थिक बोझ बनता है, बल्कि इससे विकास की गति बाधित होती है और भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिलता है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकतंत्र में जनप्रतिनिधि चुनना जनता का अधिकार है, लेकिन बार-बार चुनाव राजनीतिक अस्थिरता को जन्म देते हैं. इससे केंद्र व राज्य सरकारों की विकास योजनाओं पर असर पड़ता है और देश की GDP भी प्रभावित होती है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस विजन को साकार करना समय की मांग है, जिसकी नींव 2019 में लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की प्रतिमा अनावरण के समय रखी गई थी.
सीएम योगी ने कहा कि 1952 से 1967 तक लोकसभा और विधानसभा के चुनाव एक साथ होते थे, लेकिन कांग्रेस की आंतरिक कलह और सत्ता लोभ के कारण यह परंपरा टूटी. उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने स्वार्थवश देश को राजनीतिक अस्थिरता की ओर धकेला, जिसकी कीमत आज भी चुकानी पड़ रही है. अब पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता में गठित समिति की सिफारिशों और जनजागरण के जरिए 2034 तक इसे लागू करने का रोडमैप तैयार किया जा रहा है.
सीएम योगी ने 2017 से पहले की स्थिति का हवाला देते हुए कहा कि उस दौर में हर जिले में समानांतर सरकार चलती थी, माफिया और गुंडाराज हावी था. उन्होंने कहा कि यह अस्थिरता ही थी जिसने प्रदेश को पिछड़ने पर मजबूर कर दिया. वहीं, राजनीतिक स्थिरता की बदौलत आज उत्तर प्रदेश देश की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में अग्रसर है.
महाकुंभ 2025 की सफलता का जिक्र करते हुए सीएम ने कहा कि प्रयागराज में आयोजित इस आयोजन में 66 करोड़ से अधिक श्रद्धालु शामिल हुए, जो लोकतंत्र का सबसे बड़ा महोत्सव बन गया. उन्होंने कहा कि विपक्ष ने दुष्प्रचार किया, लेकिन श्रद्धालुओं के उत्साह ने उनकी सारी आशंकाओं को नकार दिया. उन्होंने बताया कि देश के विभिन्न राज्यों से लाखों लोग त्रिवेणी संगम स्नान के लिए आए.
मुख्यमंत्री ने सम्मेलन में उपस्थित प्रतिनिधियों से ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ के समर्थन में जनजागरण चलाने की अपील की. उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया के माध्यम से इस अभियान को घर-घर तक पहुंचाना होगा. उन्होंने कहा कि बार-बार चुनाव से होने वाले 3.5 से 4.5 लाख करोड़ रुपये के व्यय को विकास कार्यों में लगाया जा सकता है.
मुख्यमंत्री ने कहा, “देश हमारा है, विकास हमारा है और राजनीतिक स्थिरता हमारी सबसे बड़ी जरूरत है.”