दिल्ली , 18 अप्रैल 2025 :
Delhi Waterlogging Problem: राजधानी दिल्ली में मानसून से पहले जलभराव की समस्या से निपटने के लिए मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना और पीडब्ल्यूडी मंत्री प्रवेश वर्मा ने शुक्रवार को बड़े स्तर पर निरीक्षण किया. मुख्यमंत्री ने खुद दो घंटे तक मिंटो ब्रिज और ITO जैसे जलभराव वाले प्वाइंट्स पर जाकर हालात का जायजा लिया.
निरीक्षण के दौरान एक समय ऐसा भी आया जब मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता खुद डंडा लेकर नाले की गहराई और सफाई की स्थिति जांचती नज़र आईं. मिंटो ब्रिज पर निरीक्षण के दौरान उन्होंने अधिकारियों से कई सवाल किए और लापरवाही पर फटकार भी लगाई.
वहीं ITO के पास नाले के पास लगे पाइप में लीकेज देखकर मुख्यमंत्री ने मौके पर ही मुख्य सचिव को बुलाया और पीडब्ल्यूडी, जल बोर्ड और बाढ़ प्रबंधन विभाग को मिलकर काम करने के निर्देश दिए. मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि पिछली सरकार ने नालों की डीसिल्टिंग नहीं की थी.
आज हज़ारों टन कचरा नालों से निकाला जा रहा है. बिना सफाई के कैसे दिल्ली को डूबने से बचाया जा सकता है और यमुना को कैसे साफ किया जा सकता है? पूरा विभाग दिन-रात लगा हुआ है. न सिर्फ सफाई हो रही है बल्कि अतिक्रमण भी हटाया जा रहा है.”
ITO के निरीक्षण के बाद मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता WHO बिल्डिंग के पास पहुंचीं और वहां भी नाले की स्थिति को देखा. निरीक्षण के बीच पीडब्ल्यूडी मंत्री प्रवेश वर्मा के साथ दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना भी वहां पहुंच गए.
मुख्यमंत्री ने पिछली सरकार पर नालों की सफाई में लापरवाही का आरोप लगाते हुए दावा किया कि भाजपा सरकार में काम तेज़ी से हो रहा है.दिल्ली सरकार का दावा है कि पिछले दो महीनों से लगातार नालों की सफाई और अतिक्रमण हटाने का काम चल रहा है. अब देखना होगा कि इस बार की बरसात में राजधानी दिल्ली जलभराव से कितनी राहत पा पाती है.