सीजी भास्कर, 23 अप्रैल। Pahalgam Terror Attack: जम्मू-कश्मीर की वादियों में एक बार फिर गोलियों की गूंज ने देश को झकझोर दिया है। इस बार आतंक का शिकार 26 लोग बने हैं।
इस हमले के शिकार इंदौर के निवासी और एलआईसी अलीराजपुर के रीजनल मैनेजर, सुशील नथानियल (58) भी हुए हैं। वह अपने परिवार के साथ छुट्टियां मनाने के लिए कश्मीर गए थे, लेकिन वहां पहलगाम स्थित बैरासन घाटी में हुए आतंकी हमले में उनकी जान चली गई।
इस हमले ने न केवल एक परिवार की खुशियां छीन ली, बल्कि इससे पूरे इंदौर शहर, विशेषकर अभिनंदन नगर एमआर-10 इलाके में शोक की लहर दौड़ गई है।
जानकारी के अनुसार, सुशील नथानियल को आतंकियों की गोली लगी, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। उनका शव फिलहाल कश्मीर में ही है, जिसे जल्द ही एयरलिफ्ट कर इंदौर लाया जाएगा, जहां उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
सुशील की पत्नी जेनिफर नथानियल एक शासकीय स्कूल में शिक्षिका हैं। इस हादसे से पूरी तरह टूट चुकी हैं, वहीं उनकी बेटी आकांक्षा नथानियल, जो सूरत में बैंक ऑफ बड़ौदा में मैनेजर के पद पर कार्यरत हैं, इस हमले में गंभीर रूप से घायल हुई हैं।
आकांक्षा को पैर में गोली लगी है और वह वर्तमान में कश्मीर में ही इलाजरत हैं। नथानियल परिवार का यह कश्मीर दौरा एक पारिवारिक यात्रा थी, जो अब एक भयानक त्रासदी में बदल गई. परिवार का मूल गांव जोबट है, लेकिन वे पिछले करीब 30 वर्षों से इंदौर में रह रहे थे।
सुशील नथानियल की मौत की खबर जैसे ही इंदौर पहुंची, अभिनंदन नगर में शोक की लहर दौड़ गई. पड़ोसी, रिश्तेदार और मित्र उनके घर पहुंचे और परिवार को सांत्वना देने की कोशिश करते दिखे. पड़ोसियों का कहना है कि सुशील एक मिलनसार और मददगार व्यक्ति थे, जो हर किसी से अपनत्व से मिलते थे.
घटना की गंभीरता को देखते हुए इंदौर के कलेक्टर आशीष सिंह स्वयं नथानियल परिवार से मिलने पहुंचे. उन्होंने इस दर्दनाक घटना पर दुख जताया और कहा कि सुशील का शव जल्द ही इंदौर लाया जाएगा, जिसमें शासन और प्रशासन की ओर से हर संभव मदद की जाएगी। फिलहाल शव को एयरलिफ्ट कर इंदौर लाने के प्रयास किए जा रहे है।