सीजी भास्कर 9 मई भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते गतिरोध से इलाके में पैदा हुए तनाव पर नेपाल ने चिंता जताई है. नेपाल का कहना है कि हम अपनी जमीन को शत्रुतापूर्ण ताकतों द्वारा पड़ोसियों के खिलाफ नहीं होने देंगे.नेपाल ने गुरुवार को कहा कि वह इलाके में बढ़ते तनाव को लेकर बेहद चिंतित है और जोर देकर कहा कि हिमालयी राष्ट्र अपनी धरती का इस्तेमाल शत्रुतापूर्ण ताकतों द्वारा पड़ोसियों के खिलाफ नहीं होने देगा.
नेपाल के विदेश मंत्रालय की ये टिप्पणी भारत द्वारा बुधवार को ऑपरेशन सिंदूर शुरू करने के बाद आई है, जिसमें पहलगाम आतंकवादी हमले के जवाब में पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) और पंजाब प्रांत में नौ आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया गया. इस हमले में एक नेपाली नागरिक समेत 26 लोग मारे गए थे. नेपाल के विदेश मंत्रालय ने बयान में कहा गया है, ‘नेपाल सरकार पहलगाम में निर्दोष पर्यटकों पर हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ने से बहुत चिंतित है, जिसमें एक नेपाली नागरिक की भी जान चली गई.
”आतंकवाद के खिलाफ है नेपाल’इसमें कहा गया है, ‘इस वक्त के दौरान नेपाल और भारत एकजुटता के साथ खड़े रहे तथा साझा दुख और पीड़ा में एकजुट रहे. नेपाल तुरंत और स्पष्ट रूप से इस बर्बर आतंकवादी हमले की निंदा करता है जो सभी प्रकार के आतंकवाद के खिलाफ उसके दृढ़ रुख के अनुरूप है.’बयान में कहा गया कि नेपाल आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में सभी के साथ खड़ा है. मंत्रालय ने कहा, ‘अपनी प्रमुख स्थिति के अनुरूप नेपाल किसी-भी विरोधी ताकत को अपने पड़ोसी देशों के खिलाफ अपनी धरती का इस्तेमाल करने की अनुमति नहीं देगा.’
इस बीच पूर्व उप प्रधानमंत्री और नेपाली कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बिमलेंद्र निधि ने कहा, ‘हम आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ हैं.’निधि ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ‘हम आतंकवादियों के खिलाफ सफल सिंदूर ऑपरेशन के लिए भारतीय सेना को बधाई देते हैं.’ उन्होंने इसे पहलगाम आतंकवादी हमले के खिलाफ एक नेचुरल रिस्पॉन्स बताया.