सीजी भास्कर, 31 मई : छत्तीसगढ़ कोयला घोटाला (CG Coal Scam Accuse Release) मामले में निलंबित आईएएस अधिकारियों रानू साहू, समीर विश्नोई, सौम्या चौरसिया, रजनीकांत तिवारी, वीरेन्द्र जायसवाल और संदीप नायक को आज सुबह जेल से रिहा कर दिया गया। सौम्या चौरसिया को दिसंबर 2022 में गिरफ्तार किया गया था, जबकि रानू साहू की गिरफ्तारी जुलाई 2023 में हुई थी।
जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस दीपांकर दत्ता की डबल बेंच ने इस जमानत याचिका पर सुनवाई की। जस्टिस सूर्यकांत ने सभी आरोपियों (CG Coal Scam Accuse Release) को गवाहों को प्रभावित करने की आशंका के कारण छत्तीसगढ़ में रहने पर प्रतिबंध लगाया है। सभी को छत्तीसगढ़ से बाहर जाने की अनुमति नहीं होगी, और उन्हें अपना पासपोर्ट जमा करना होगा। इसके साथ ही, उन्हें नया पता स्थानीय थाने में दर्ज कराना होगा।
राज्य से बाहर रहना होगा (CG Coal Scam Accuse Release)
रजनीकांत तिवारी, रानू साहू, समीर विश्नोई और सौम्या चौरसिया के मामले में निर्देश दिया गया है कि वे अगले आदेश तक छत्तीसगढ़ में नहीं रहेंगे। उन्हें आवश्यकतानुसार जांच एजेंसी या ट्रायल कोर्ट के समक्ष उपस्थित होना होगा और जांच में पूरा सहयोग करना होगा। इसके अलावा, उन्हें अपनी रिहाई के एक सप्ताह के भीतर राज्य के बाहर अपने निवास का पता प्रस्तुत करना होगा, जिसे संबंधित थाने में भी दर्ज कराना होगा।
कोल स्कैम का मामला 570 करोड़ से अधिक का
ईडी का आरोप है कि छत्तीसगढ़ में कोयला घोटाला हुआ है, जिसमें 36 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। ईडी के अनुसार, कोयले के संचालन और ऑनलाइन परमिट को ऑफलाइन करने जैसे कई तरीकों से लगभग 570 करोड़ रुपए की अवैध वसूली की गई है।
यह मामला छत्तीसगढ़ में अवैध कोल लेवी वसूली (CG Coal Scam Accuse Release) के संदर्भ में ईडी की छापेमारी के दौरान उजागर हुआ। आरोप है कि कोल परिवहन में व्यापारियों से वसूली के लिए ऑनलाइन मिलने वाले परमिट को ऑफलाइन कर दिया गया था। खनिज विभाग के तत्कालीन संचालक, आईएएस समीर विश्नोई ने 15 जुलाई 2020 को इस संबंध में आदेश जारी किया था।
सूर्यकांत तिवारी है मास्टरमाइंड (CG Coal Scam Accuse Release)
इस मामले में वसूली के लिए एक सिंडिकेट का गठन किया गया था। पूरे मामले का मास्टरमाइंड कोल व्यापारी सूर्यकांत तिवारी को माना गया। वह व्यापारी, जो प्रति टन 25 रुपए की दर से अवैध रकम अपने कर्मचारियों के पास जमा करता था।
खनिज विभाग इसी के आधार पर पीट पास और परिवहन पास जारी करता था। इस तरह से कुल 570 करोड़ रुपए की वसूली की गई। ईडी की छापेमारी में पहले आईएएस समीर बिश्नोई और फिर कोल कारोबारी सूर्यकांत तिवारी को गिरफ्तार किया गया।
पूर्व मंत्री समेत 36 पर FIR (CG Coal Scam Accuse Release)
कोल घोटाले के आरोपियों में निलंबित IAS अधिकारी रानू साहू और समीर बिश्नोई, पूर्व मुख्यमंत्री की उपसचिव सौम्या चौरसिया, सूर्यकांत तिवारी, संदीप नायक लक्ष्मीकांत, शिव शंकर नाग, मोइनुद्दीन कुरैशी, रोशन सिंह, निखिल चंद्राकर, परेश कुर्रे, राहुल कुमार, वीरेंद्र जायसवाल, हेमंत जायसवाल और चंद्र प्रकाश जायसवाल शामिल हैं, जो वर्तमान में जेल में बंद हैं।
छत्तीसगढ़ में कोयला घोटाले के मामले में ईडी की रिपोर्ट के आधार पर एसीबी/EOW ने दो पूर्व मंत्रियों और विधायकों सहित 36 लोगों के खिलाफ नामजद FIR दर्ज की है। इस पर एसीबी की टीम ने अपनी जांच को तेज कर दिया है।