नई दिल्ली, 1 जून। Gold Trading Fraud : साइबर ठगों ने डिजिटल गोल्ड ट्रेडिंग के नाम पर एक रिटायर्ड कर्नल से 41.45 लाख रुपये की ठगी कर ली। दिल्ली पुलिस साइबर सेल ने राजस्थान और गुजरात के दो आरोपितों को अहमदाबाद से गिरफ्तार किया है। आरोपितों की पहचान बाड़मेर के रहीम खान और अहमदाबाद के न्यू चांदखेड़ा निवासी इंद्र कुमार साहनी के रूप में हुई है। इनके कब्जे से पांच मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं, जिनकी जांच में पता चला कि ये आरोपी टेलीग्राम एप के माध्यम से चीनी ठगों के संपर्क में थे।
ठगी की कहानी
वसंत कुंज के रहने वाले रिटायर्ड कर्नल ने 5 अप्रैल 2025 को साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि जनवरी में उनके व्हाट्सएप पर एक संदेश आया, जिसमें डिजिटल गोल्ड ट्रेडिंग में निवेश पर उच्च रिटर्न का दावा किया गया (जून। Gold Trading Fraud)था। साथ ही एक लिंक भी भेजा गया था। कर्नल ने उस वेबसाइट पर जाकर खाता बनाया और 41.45 लाख रुपये का निवेश किया। वेबसाइट पर मुनाफे के तौर पर एक करोड़ रुपये दिखाए गए।
जब कर्नल ने अपने पैसे निकालने की कोशिश की, तो उनसे 31.5 लाख रुपये टैक्स के रूप में जमा करने को कहा गया। इसके बाद उन्हें ठगी का एहसास हुआ और उन्होंने पुलिस से संपर्क किया।
कार्रवाई और गिरफ्तारी
पुलिस उपायुक्त सुरेंद्र चौधरी ने बताया कि इंस्पेक्टर प्रवेश कौशिक के नेतृत्व में टीम ने तकनीकी जांच कर अहमदाबाद पहुंचकर इंद्र कुमार को गिरफ्तार किया। उसके कब्जे से तीन मोबाइल फोन बरामद किए गए। पूछताछ में इंद्र कुमार ने स्वीकार (जून। Gold Trading Fraud)किया कि उसने फर्जी खाते बनाकर ठगी की रकम रहीम खान को दी।
रहीम खान टेलीग्राम के जरिए चीनी ठगों से संपर्क में था और उन्हें बैंक खाते उपलब्ध कराता था। आरोपितों को खातों के लिए मोटा कमीशन मिलता था। पुलिस अब अन्य आरोपितों की तलाश में जुटी हुई है।
साइबर ठगों से सावधानी
इस घटना ने एक बार फिर यह दर्शाया है कि डिजिटल निवेश के नाम पर लोगों को फंसाना आसान होता जा रहा है। विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि ऑनलाइन निवेश करते समय केवल विश्वसनीय और प्रमाणित प्लेटफॉर्म का ही चयन करें और किसी भी संदिग्ध लिंक पर क्लिक करने से बचें।