सीजी भास्कर , 10 जून |
छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट को मद्रास टाइगर्स फॉर अजमल कसाब संगठन ने सोमवार को बम से उड़ाने की धमकी दी। हाईकोर्ट की आधिकारिक वेबसाइट पर धमकी भरा मेल आया है। पुलिस प्रशासन ने हाईकोर्ट परिसर को खाली कराकर तत्काल तलाशी ली। मामला चकरभाठा थाना क्षेत्र का है।
वहीं हाईकोर्ट परिसर में तलाशी के दौरान कुछ नहीं मिला है। ईमेल आईडी अब्दुल abdia@outlook.com से धमकी भरा मैसेज भेजा गया है, जिसमें ‘मद्रास टाइगर्स फॉर अजमल कसाब’ संगठन का जिक्र है। पुलिस ने FIR दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
वहीं 2 महीने पहले कवर्धा कलेक्टर कार्यालय को RDX से उड़ाने की धमकी मिली थी। कलेक्टर कवर्धा के ऑफिशियल मेल आईडी पर कश्मीर से मेल आया था। वहीं 8 महीने पहले बिलासपुर से दिल्ली जा रही फ्लाइट को बम से उड़ाने की भी धमकी मिल चुकी है।
ईमेल के माध्यम से मिला धमकी भरा मैसेज
दरअसल, सोमवार को गर्मी की छुट्टी के बाद हाईकोर्ट में कामकाज शुरू हुआ। इस दौरान कोर्ट परिसर में जजों के साथ ही वकील और पक्षकार भी मौजूद थे, तभी दोपहर में छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट की वेबसाइट पर ईमेल के जरिए धमकी भरा मैसेज आया।
मेल में हाईकोर्ट में बम लगाने और परिसर को उड़ाने देने की बात लिखी थी। मैसेज देखकर हाईकोर्ट के प्रोटोकाल अफसर भी सकते में आ गए। इसकी जानकारी तत्काल पुलिस अफसरों को दी गई, जिसके बाद पुलिस भी अलर्ट मोड पर आई।
ईमेल से आया मैसेज, बम स्क्वायड के साथ पहुंची पुलिस
ईमेल आईडी अब्दुल abdia@outlook.com से भेजे गए मैसेज में संवेदनशील मुद्दों का उल्लेख किया गया है। इनमें अजमल कसाब को फांसी देने और कुछ व्यक्तियों की हिरासत जैसी घटनाओं का हवाला देते हुए इसे एक ‘पवित्र मिशन’ बताया गया।
ईमेल में ‘अमोनियम सल्फर आधारित IED’ (इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइसेज) कोर्ट परिसर में लगाए जाने का दावा किया। धमकी मिलने के बाद एहतियातन कोर्ट परिसर को खाली कराया गया। साथ ही तलाशी अभियान चलाया गया। स्निफर डॉग्स और बम डिटेक्शन डिवाइस के साथ सुरक्षाकर्मियों ने पूरे परिसर की जांच की, लेकिन कुछ नहीं मिला।
अमोनियम सल्फेट आधारित IED कितना खतरनाक ?
1. अमोनियम सल्फेट खुद में विस्फोटक नहीं है। यह एक सामान्य खाद (fertilizer) है। इसमें सल्फर होता है, जो जलने पर तीव्र गर्मी और गैस उत्पन्न करता है।
2. दूसरे केमिकल्स के साथ मिलकर घातक बन सकता है
- ऑक्सीडाइज़र (जैसे पोटेशियम नाइट्रेट या अमोनियम नाइट्रेट) और ईंधन (जैसे डीज़ल या अल्युमिनियम पाउडर) मिलाया जाए, तो यह IED एक शक्तिशाली low-intensity blast device बन जाता है।
- यह विस्फोट pressure wave, flame और heat से नुकसान पहुंचाता है।
- भीड़भाड़ वाले इलाके में यह विस्फोट घातक हो सकता है।
- अमोनियम सल्फेट, अमोनियम नाइट्रेट की तुलना में कम विस्फोटक है।
- अधिक उपलब्धता और असेंबली में सरलता के कारण यह आतंकी संगठनों के लिए आकर्षक होता है।
- जंगल या ग्रामीण क्षेत्रों में आसानी से छिपाकर IED तैयार किया जा सकता है।
- सुरक्षाबलों के काफिले, गश्ती दल या नागरिक वाहनों को निशाना बनाने में इसका इस्तेमाल किया जा चुका है।