सीजी भास्कर, 22 जून। बिलासपुर में तबीयत खराब होने पर पति ने पैर नहीं दबाया तो गुस्से में आकर पत्नी ने आत्महत्या कर ली। बताया जा रहा है कि पति ने पत्नी से कहा कि पहले वह बर्तन साफ करेगा फिर बेटी को सुलायेगा, उसके बाद ही पैर दबाएगा। इतना सुनते ही पत्नी गुस्से में आकर दूसरे कमरे में चले गई। जब कुछ देर बाद पति कमरे में पहुंचा तो वह फांसी के फंदे पर लटकी मिली।
आपको बता दें कि यह पूरा मामला छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिला अंतर्गत तोरवा थाना के देवरीडीह का है। जहां बलौदा बाजार जिले का मोहतरा निवासी भूपेंद्र साहू किराया पर मकान ले परिवार के साथ रहता है। भूपेंद्र की पत्नी सुशीला की तबीयत कुछ दिन से खराब थी, जिसके कारण उसका पति ही घर का सारा काम कर रहा था। 20 जून की रात भूपेंद्र ने खाना बनाया और परिवार के साथ खाने बैठा था। इस दौरान उसकी पत्नी ने उसे पैर दबाने के लिए कहा। इस पर भूपेंद्र ने कहा कि वो पहले बर्तन साफ करेगा फिर अपनी 3 साल की बेटी को सुलाएगा। इतना सुनते ही पत्नी को गुस्सा आ गया और वह दूसरे कमरे में चली गई। इस बीच ने घर का काम किया, बेटी को सुलाने के दौरान भूपेंद्र की आंख लग गई। जब अचानक देर रात उसकी नींद खुली और वह दूसरे कमरे में गया तो उसकी पत्नी साड़ी का फंदा बनाकर फांसी पर झूल रही थी। भूपेंद्र ने पुलिस को खबर कर आनन-फानन में उसे फंदे से नीचे उतारा और प्राइवेट अस्पताल लेकर पहुंचा, जहां जांच के बाद डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।पूछताछ में पता चला कि वर्ष 2018 में भूपेंद्र प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहा था वहीं सुशीला भी पढ़ाई कर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रही थी। इसी दौरान उनकी दोस्ती हुई और फिर प्यार हो गया। इसके बाद दोनों ने इंटर कास्ट लव मैरिज कर ली। दोनों अपने परिवार से अलग रहकर यहां किराए के मकान में रहने लगे। इस बीच उनकी एक बेटी भी हुई जो 3 साल की है।कल सुबह शव का पंचनामा और पोस्टमॉर्टम से पहले पुलिस ने उसके ससुराल और मायके वालों को बुलाया। पुलिस के मुताबिक सुशीला के मायके वालों ने उसकी मौत पर कोई शक और आरोप नहीं लगाया है। उन्होंने पुलिस से कहा कि उनकी बेटी गुस्सैल थी और जल्दी भड़क जाती थी हालांकि पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।