24 जून 2025 : चीन (China) के विदेश मंत्री वांग यी (Wang Yi) ने सोमवार को बीजिंग में भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार और चीन-भारत सीमा मुद्दे पर भारत के विशेष प्रतिनिधि अजीत डोभाल से मुलाकात की. वांग ने कहा कि चीन और भारत को अच्छे पड़ोसी और दोस्ती की दिशा पर चलना चाहिए, पारस्परिक रूप से लाभकारी और जीत की संभावना के लिए कोशिश करना चाहिए, दो प्राचीन सभ्यताओं के ऐतिहासिक ज्ञान का प्रदर्शन करना चाहिए, संवेदनशील मुद्दों को ठीक से संभालना चाहिए और बॉर्डर के आस-पास के इलाकों में शांति और सौहार्द बनाए रखना चाहिए.
इस यात्रा को मई 2020 में पूर्वी लद्दाख में सैन्य गतिरोध शुरू होने के बाद द्विपक्षीय संबंधों में सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए दोनों पक्षों द्वारा की जा रही बड़ी कोशिश के हिस्से के रूप में देखा जा रहा है. ये यात्राएं भारत-चीन संबंधों में एक महत्वपूर्ण कदम हैं, जो पूर्वी लद्दाख में 2020 के सैन्य गतिरोध के बाद से तनावपूर्ण हैं. दोनों देश कूटनीतिक जुड़ाव के जरिए सामान्य स्थिति और विश्वास बहाल करने की दिशा में काम कर रहे हैं.
एनएसए अजीत डोभाल ने बैठक के दौरान क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के लिए सभी प्रकार के आतंकवाद का मुकाबला करने की जरूरत पर जोर दिया. डोभाल द्वारा आतंकवाद का मुकाबला करने का आह्वान लगभग डेढ़ महीने पहले भारत द्वारा 7 मई की सुबह पाकिस्तानी क्षेत्रों में नौ आतंकवादी ढांचों पर सटीक हमले करने के बाद आया है.
‘समग्र विकास को बढ़ावा देने की जरूरत…’
एनएसए डोभाल शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के सदस्य देशों के टॉप नेशनल सिक्योरिटी अधिकारियों के सम्मेलन में भाग लेने के लिए चीन का दौरा कर रहे हैं. यह एक प्रभावशाली क्षेत्रीय समूह है, जो सुरक्षा संबंधी मुद्दों पर केंद्रित है. डोभाल और वांग ने पूर्वी लद्दाख सीमा गतिरोध के बाद गंभीर तनाव में आए संबंधों को फिर से बनाने के लिए दोनों पक्षों के प्रयासों के बीच भारत-चीन संबंधों के विभिन्न पहलुओं पर भी विचार-विमर्श किया.
विदेश मंत्रालय (MEA) ने कहा कि दोनों पक्षों ने भारत-चीन संबंधों में हाल के घटनाक्रमों की समीक्षा की और लोगों के बीच ज्यादा से ज्यादा जुड़ाव को बढ़ावा देने सहित संबंधों के समग्र विकास को बढ़ावा देने की आवश्यकता को रेखांकित किया.
भारत में चीनी दूत जू फेइहोंग के मुताबिक, वांग ने कहा कि चीन-भारत संबंधों में कुछ सकारात्मक प्रगति हुई है और यह जरूरी है कि दोनों पक्ष संचार को और बढ़ाएं, आपसी विश्वास का निर्माण करें और व्यावहारिक मुद्दों को हल करने की दिशा में काम करें.
‘शांति-सौहार्द बनाए रखना चाहिए…’
जू फेइहोंग ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा, “केवल तभी जीत-जीत का नतीजा निकल सकता है, जब ड्रैगन और हाथी एक साथ डांस करेंगे. चीन और भारत को संवेदनशील मुद्दों को ठीक से संभालना चाहिए और सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति और सौहार्द बनाए रखना चाहिए.”
राजदूत ने कहा, “डोभाल ने कहा कि भारत बहुपक्षीय क्षेत्रों में चीन के साथ सहयोग को मजबूत करने के लिए तैयार है और एक सफल शिखर सम्मेलन की मेजबानी में शंघाई सहयोग संगठन की घूर्णन अध्यक्षता के रूप में चीन की भूमिका का पूरा समर्थन करता है.” उन्होंने कहा कि दो प्रमुख एशियाई राष्ट्रों के रूप में भारत और चीन इंटरनेशनल कम्युनिटी में और भी ज्यादा योगदान दे सकते हैं.”
विदेश मंत्रालय ने कहा कि डोभाल और वांग ने आपसी हित के अन्य द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया. इसमें कहा गया, “एनएसए ने कहा कि वह विशेष प्रतिनिधि (SR) वार्ता के 24वें दौर के लिए पारस्परिक रूप से सुविधाजनक तिथि पर भारत में वांग यी से मिलने के लिए उत्सुक हैं.” चीन समूह के मौजूदा अध्यक्ष के रूप में अपनी क्षमता में एससीओ सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है.