सीजी भास्कर, 26 जुलाई : चंबल नदी के किनारे 10 वर्षीय बालक अपने पिता को बचाने के लिए मगरमच्छ से भिड़ गया। मगरमच्छ ने पिता का पैर जबड़े में दबा लिया और खींचने लगा। यह देख बालक ने लाठी उठाई और मगरमच्छ से भिड़ गया। उसके मुंह पर लाठी से तब तक मारता रहा, जब तक मगरमच्छ चरवाहे को छोड़कर नदी में नहीं चला गया।
35 वर्षीय वीरभान उर्फ बंटू बकरी पालन और खेती करते हैं। शुक्रवार दोपहर को वह अपने बच्चों अवनीश, किरन और सूरज के साथ बकरियां चराने गए थे। अचानक, एक मगरमच्छ ने वीरभान का पैर जबड़े में दबा लिया और नदी की तरफ खींचने लगा। यह देख अवनीश ने तुरंत लाठी उठाई और मगरमच्छ के मुंह पर वार करना शुरू कर दिया। उसके 15-20 डंडे मारने से मगरमच्छ ने वीरभान को छोड़ दिया और नदी में चला गया। इस बीच, किरन और सूरज रोते हुए गांव की ओर भागे।
ग्रामीणों ने ट्रैक्टर पर सवार होकर मौके पर पहुंचकर वीरभान को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया। सीएचसी अधीक्षक डा. जितेंद्र वर्मा ने बताया कि वीरभान का दायां पैर गंभीर रूप से जख्मी हो गया था और उसे आगरा रेफर कर दिया गया है। प्राथमिक विद्यालय में चौथी का छात्र अवनीश ने कहा कि अगर वह पिता के साथ नहीं होता, तो स्थिति और भी गंभीर हो सकती थी। उसने बताया कि शुरू में उसे डर लगा, लेकिन पिता की जान खतरे में देखकर वह सबकुछ भूल गया और मगरमच्छ से भिड़ गया।