सीजी भास्कर, 12 सितंबर। महिला एवं बाल विकास विभाग परियोजना कार्यालय सेक्टर-3 अंतर्गत ग्राम पंचायत नवागांव(Child Death Electric Shock) के आश्रित ग्राम पदेली स्थित आंगनबाड़ी केंद्र में गुरुवार को करंट (Electric Shock) लगने से ढाई वर्षीय बच्ची कुमारी महेश्वरी यादव की मौत हो गई। बच्ची की मौत के बाद आंगनबाड़ियों में बच्चों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल उठने लगे हैं।
मृतक बच्ची के पिता अंतू राम ने बताया कि रोज की तरह गुरुवार को उनकी बेटी आंगनबाड़ी(Child Death Electric Shock) गई थी। उसी दौरान सुबह लगभग 11 बजे जैसे ही बच्ची ने चैनल गेट पकड़ा तो उसे करंट (Electric Current) का झटका लगा, जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई। उस समय आंगनबाड़ी में कार्यकर्ता मौजूद नहीं थीं। कुछ देर बाद बेटे ने आकर बहन को करंट लगने की जानकारी दी। परिजन तुरंत पहुंचे, लेकिन तब तक बच्ची की सांसें थम चुकी थीं।
घटनास्थल (Incident Spot) पर सूचना मिलने के बाद पुलिस और विभागीय अधिकारी पहुंचे और शव को पोस्टमार्टम(Child Death Electric Shock) के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मर्दापाल भेजा। परिजनों का आरोप है कि वे दोपहर 3 बजे अस्पताल पहुंच गए थे, लेकिन डॉक्टर मौजूद न होने के कारण पोस्टमार्टम नहीं हो सका। शव के साथ परिजन और रिश्तेदार अस्पताल में ही पूरी रात रुके और रतजगा (Night Vigil) करना पड़ा।
मर्दापाल के डॉक्टर ने कहा कि थाना से फोन आया था कि करंट लगने से बच्ची की मौत हुई है और शव शाम 5 बजे तक पहुंचेगा। लेकिन इसके बाद क्या स्थिति रही, इसकी उन्हें स्पष्ट जानकारी नहीं है। इस लापरवाही ने परिजनों के आक्रोश को और बढ़ा दिया है।