सीजी भास्कर, 13 सितंबर। छत्तीसगढ़ में नक्सल विरोधी अभियान को बड़ी कामयाबी मिली है। गरियाबंद (Gariaband Encounter) जिले के मैनपुर इलाके में गुरुवार को हुई मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने 10 नक्सलियों को मार गिराया, जिनमें भाकपा (माओवादी) का केंद्रीय समिति सदस्य मोड़ेम बालकृष्ण उर्फ भास्कर भी शामिल था। बालकृष्ण पर 1 करोड़ रुपये का इनाम घोषित था। उसके साथ 25 लाख का इनामी नक्सली प्रमोद उर्फ पांडु भी ढेर हो गया।
संगठन विस्तार की जिम्मेदारी थी बालकृष्ण पर
सूत्रों के अनुसार, टॉप कमांडर चलपति के मारे जाने के बाद संगठन ने मोड़ेम बालकृष्ण को नई जिम्मेदारी सौंपी थी। उसका काम था – गरियाबंद, धमतरी और नुआपड़ा में माओवादी नेटवर्क (Gariaband Encounter) का विस्तार करना। मॉनसून सीजन में वह इसी मिशन के तहत मैनपुर इलाके में सक्रिय हुआ था।
सुरक्षाबलों को मिला था पुख्ता इनपुट
रायपुर रेंज के IG अमरेश मिश्रा ने बताया कि तकनीकी टीम से मिले इनपुट के आधार पर ऑपरेशन लॉन्च किया गया। बालकृष्ण की सुरक्षा में करीब 10 नक्सली तैनात थे। सुरक्षाबलों ने घेराबंदी कर मुठभेड़ शुरू की, जिसमें सभी मारे गए।
IG ने कहा – “बस्तर में लगातार दबाव बढ़ने के बाद नक्सली (Gariaband Encounter) अब गरियाबंद-धमतरी-ओडिशा बॉर्डर को सुरक्षित ठिकाना बनाने की कोशिश कर रहे थे। लेकिन अब सुरक्षा बल वहां भी सख्ती से कार्रवाई कर रहे हैं।”
बालकृष्ण की लंबी नक्सली पृष्ठभूमि
पुलिस के अनुसार, बालकृष्ण 1980 के दशक में नक्सल आंदोलन से जुड़ा था। वह उड़ीसा राज्य समिति (OSC) का सचिव रह चुका था और कई नामों से सक्रिय था – बालन्ना, रामचंदर और भास्कर। संगठन में उसे “मजबूत रणनीतिकार” माना जाता था।
गृह मंत्री अमित शाह का बयान
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इसे नक्सल विरोधी अभियान की ऐतिहासिक सफलता बताया। उन्होंने ‘एक्स’ पर लिखा – “छत्तीसगढ़ में सीआरपीएफ कोबरा, छत्तीसगढ़ पुलिस (Gariaband Encounter) और DRG के संयुक्त अभियान में 1 करोड़ के इनामी सीसीएम मोड़ेम बालकृष्ण समेत 10 नक्सली मारे गए हैं। नक्सली संगठन का समूल नाश निश्चित है, बचे-खुचे नक्सली जल्द आत्मसमर्पण करें।”
2025 में अब तक 241 नक्सली मारे गए
पुलिस के मुताबिक, इस मुठभेड़ के साथ ही 2025 में छत्तीसगढ़ में मारे गए नक्सलियों की संख्या 241 हो चुकी है। इनमें से 212 नक्सली बस्तर संभाग में, 27 गरियाबंद (रायपुर संभाग) में और 2 दुर्ग संभाग के मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी जिले में मारे गए।