सीजी भास्कर, 16 सितंबर। गांव के लोग अब एक नई पहल के जरिए सामाजिक बुराइयों से जंग छेड़ चुके हैं। नशे (Alcohol Ban) जैसी आदतों को मिटाने के लिए ग्रामीणों ने आपसी एकजुटता दिखाई है। जगह-जगह पर लगाए जा रहे नारों से माहौल पूरी तरह जागरूकता से भर चुका है।
शनिवार को हुई अहम बैठक में सर्वसमाज के लोग इकट्ठा हुए। यहां न केवल नारे लगे बल्कि एक ठोस निर्णय भी लिया गया कि अब किसी भी हालत में नशे का कारोबार या सेवन गांव में बर्दाश्त नहीं होगा। सभा में यह भी तय किया गया कि कड़ी सजा और भारी जुर्माने से ही ऐसी बुराइयों पर रोक लगाई जा सकती है।
सभा में यह घोषणा की गई कि यदि कोई व्यक्ति (Alcohol Ban) के तहत शराब, गांजा, सट्टा, क्रय-विक्रय करता या पकड़ा जाता है तो उसे सीधे 21 हजार रुपए जुर्माना भरना होगा। सूचना देने वाले का नाम गुप्त रखा जाएगा और उसे 5000 रुपए इनाम मिलेगा। साथ ही ग्राम विकास समिति द्वारा 8000 रुपए प्रोत्साहन के तौर पर दिए जाएंगे।
यह बैठक छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले के ग्राम मनकी में आयोजित की गई थी, जो जिला मुख्यालय से करीब 7 किमी दूर नेशनल हाइवे पर स्थित है। यहां सर्वसम्मति से तय हुआ कि यदि किसी दुकानदार को अपने दुकान के सामने शराब पिलाते पकड़ा गया तो उस पर 5000 रुपए का जुर्माना लगेगा। सूचना देने वाले को 1000 रुपए इनाम, ग्राम समिति स्तर पर 2000 रुपए और संबंधित समाज को भी 2000 रुपए का सहयोग दिया जाएगा।
स्वच्छता पर भी सख्त कदम उठाए गए। अगर कोई व्यक्ति घर का कचरा रोड, नाली या चौराहे पर डालते पकड़ा गया तो उस पर 1000 रुपए जुर्माना होगा। (Alcohol Ban) के नियमों के अनुसार मवेशी मालिक का पशु सड़क या चौक में घूमता पाया गया तो प्रति पशु 500 रुपए दंड वसूला जाएगा। जुर्माना नहीं देने पर उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।
इसके अलावा यदि सार्वजनिक स्थल पर कोई भी व्यक्ति गाली-गलौज, मारपीट या अपशब्द का प्रयोग करता है तो दोनों पक्षों से 5000 रुपए का जुर्माना वसूला जाएगा। ग्रामीणों का मानना है कि ऐसे कड़े नियमों से ही समाज को बेहतर दिशा मिल सकती है और गांव को आदर्श गांव में बदला जा सकता है। (Alcohol Ban) अभियान को लेकर आसपास के गांव भी प्रेरणा ले रहे हैं।