सीजी भास्कर, 18 सितंबर। बीजापुर जिले में पदस्थ सहायक आयुक्त (एसी) डॉ. आनंदजी सिंह के परिवार पर गुरुवार सुबह बड़ा हादसा घटित हुआ। जेल में उनसे मिलने गए परिवार को लेकर लौटते समय उनका सूमो वाहन बास्तानार घाट के पास अनियंत्रित होकर पलट गया। सड़क हादसा (Road Accident Case) इतना भयावह था कि डॉ. सिंह की सास सविता ठाकुर (65) ने डिमरापाल अस्पताल में दम तोड़ दिया। उनके बेटे हर्ष गंभीर रूप से घायल हैं, जबकि पत्नी गीता और पुत्र यश को मामूली चोटें आईं।
हादसे में एक अन्य व्यक्ति शुभम सक्सेना (27), जो बैंगलोर की निजी कंपनी में कार्यरत था और जगदलपुर में टाटा मोटर्स में इंटरव्यू देने जा रहा था, की भी मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस के अनुसार, सूमो वाहन सड़क किनारे खड़ी स्कूटी से टकराकर खेत में पलट गया। तेज रफ्तार और चालक की लापरवाही को इस सड़क हादसा (Road Accident Case) का प्रमुख कारण बताया जा रहा है।
प्रतिवर्ष 300 से अधिक मौतें
आंकड़े बताते हैं कि जनवरी से जून 2025 तक बस्तर संभाग के सात जिलों में 300 से अधिक लोग सड़क हादसों (Road Accident Case) में जान गंवा चुके हैं। 2024 में बस्तर जिले में 249 दुर्घटनाओं में 136 मौतें और 256 लोग घायल हुए। नेशनल हाईवे-30 पर 2024 में 298 दुर्घटनाओं में 198 मौतें दर्ज की गईं, जबकि 2025 में अब तक 63 हादसों में 70 लोगों की जान जा चुकी है। तेज रफ्तार, नशे में वाहन चलाना और लापरवाही प्रमुख कारण माने जा रहे हैं।
स्थानीय प्रशासन ने सड़क सुरक्षा सुधार के प्रयास तेज कर दिए हैं। ₹307 करोड़ की लागत से फोरलेन बाईपास और ₹2,300 करोड़ की सड़क परियोजनाओं का प्रस्ताव तैयार किया गया है, जिससे भविष्य में सड़क हादसों (Road Accident Case) में कमी लाने की उम्मीद जताई जा रही है।
विवादों में घिरे हैं सहायक आयुक्त
डॉ. आनंद सिंह साल की शुरुआत से ही विवादों से घिरे हैं। वे डीएमएफ (जिला खनिज निधि) घोटाले और महिला शोषण के आरोपों का सामना कर रहे हैं। गीदम की एक महिला ने उन पर शादी का झांसा देकर शारीरिक संबंध बनाने और तीन बार गर्भपात कराने का आरोप लगाया। हालांकि, डॉ. आनंद ने इन आरोपों को खारिज करते हुए महिला पर ब्लैकमेलिंग और एक करोड़ रुपये की मांग का आरोप लगाया। मार्च 2025 में उनके खिलाफ जिला खनिज निधि न्यास में गड़बड़ी के मामले की ईओडब्लू जांच जारी है।