सीजी भास्कर, 20 सितंबर। देश में आवारा कुत्तों की बढ़ती आबादी और उनके आक्रामक व्यवहार को लेकर छिड़ी बहस के बीच बड़ी पहल होने जा रही है। राजधानी लखनऊ में नवंबर माह से देश का पहला पशु जन्म नियंत्रण (Animal Birth Control) प्रशिक्षण केंद्र शुरू होने जा रहा है। यहां पशु चिकित्सक, पैरा वेटरिनेरियन और एनिमल हैंडलर्स को कुत्तों की नसबंदी और टीकाकरण (Animal Birth Control) का प्रशिक्षण मिलेगा। खास बात यह है कि प्रशिक्षण पूरा करने के बाद सभी प्रतिभागियों को आधिकारिक प्रमाणपत्र भी प्रदान किया जाएगा।
फिलहाल प्रशिक्षण की शुरुआत कुकरैल के पास जरहरा में स्थित अस्थायी केंद्र से होगी। बाद में इसे नई बिल्डिंग में शिफ्ट किया जाएगा। 15 दिन का यह प्रशिक्षण सत्र होगा, जिसमें एक बैच में 30 प्रतिभागियों को शामिल किया जाएगा।
शुल्क संरचना और प्रक्रिया
नगर निगम के पशु चिकित्सा एवं कल्याण अधिकारी डॉ. अभिनव वर्मा ने बताया कि प्रशिक्षण शुल्क अलग-अलग श्रेणियों के लिए तय किया गया है। पशु चिकित्सकों के लिए 5000 रुपये, पैरा वेटरिनेरियन के लिए 1500 रुपये और एनिमल हैंडलर्स के लिए 1000 रुपये शुल्क रखा गया है। नगर निगम (Animal Birth Control) की आधिकारिक वेबसाइट से निशुल्क आवेदन-पत्र डाउनलोड किया जा सकेगा। अभ्यर्थियों को निर्धारित शुल्क के साथ आवेदन पशु कल्याण अधिकारी के कार्यालय में जमा करना होगा।
त्रिपक्षीय अनुबंध और संचालन
यह प्रशिक्षण केंद्र नगर निगम, एनिमल वेलफेयर बोर्ड ऑफ इंडिया और उत्तर प्रदेश सरकार (Animal Birth Control) के बीच हुए त्रिपक्षीय अनुबंध के तहत संचालित होगा। केंद्र को संचालित करने की जिम्मेदारी ह्यूमन वर्ल्ड फॉर एनिमल्स संस्था को दी गई है, जिसके विशेषज्ञ प्रशिक्षण देंगे।
क्यों है खास
यह कदम देशभर में पहली बार उठाया जा रहा है। इससे कुत्तों की बढ़ती आबादी पर नियंत्रण और नागरिकों की सुरक्षा (Animal Birth Control) दोनों में मदद मिलेगी। विशेषज्ञों का मानना है कि इस पहल से न सिर्फ कुत्तों को बेहतर स्वास्थ्य मिलेगा, बल्कि शहरों में लगातार बढ़ रहे डॉग अटैक की घटनाओं पर भी लगाम लगेगी।