Free Cough Syrup Death: वैर गांव में दो साल के बच्चे की अचानक मौत
भरतपुर, राजस्थान: Free Cough Syrup Death का नया मामला सामने आया है, जहां राजस्थान के वैर तहसील के लुहासा गांव में 2 साल के मासूम तीर्थराज की सरकारी अस्पताल की फ्री दवा योजना के तहत मिलने वाली खांसी सिरप पीने के बाद मौत हो गई। यह घटना बच्चों के लिए सरकारी दवाओं की सुरक्षा और गुणवत्ता पर गंभीर सवाल खड़ा करती है।
Sequence of Events: सिरप पीने के बाद हुई मौत
मृतक के पिता निहाल सिंह ने बताया कि दोनों बेटे खांसी-जुकाम के कारण सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गए थे। डॉ. बबलू मुद्गल ने बच्चों को दवाइयों के साथ खांसी सिरप दी। तीर्थराज सिरप पीने के बाद सो गया, लेकिन 4 घंटे तक होश में नहीं आया। तुरंत वैर उपजिला अस्पताल ले जाने के बाद उसे भरतपुर रेफर किया गया, लेकिन स्थिति में सुधार न होने पर जयपुर के जेके लोन अस्पताल ले जाया गया। 27 सितंबर की सुबह डॉक्टरों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया।
Hospital Response: मामले की जांच जारी
वैर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ. बीपी शर्मा ने पुष्टि की कि बच्चे को एंटीबायोटिक टैबलेट और खांसी सिरप दी गई थी। मीडिया में खबरें आने के बाद इस सिरप का वितरण रोक दिया गया है और मामले की जांच चल रही है।
Parents’ Demand: दोषियों पर कार्रवाई और सिरप की जांच
परिजन का आरोप है कि सिरप लेने के बाद ही बच्चे की तबीयत बिगड़ी। उन्होंने गंभीरता से दोषियों पर कड़ी कार्रवाई और इस सिरप की पूरी जांच की मांग की है। इस घटना ने ग्रामीण क्षेत्रों में फ्री दवाओं की विश्वसनीयता और स्वास्थ्य सुरक्षा को लेकर चिंता पैदा कर दी है।
Implications: सरकारी दवाओं की गुणवत्ता पर उठे सवाल
राजस्थान में लगातार ऐसे मामले सामने आने से स्वास्थ्य विभाग और सरकारी अस्पतालों की दवाओं की गुणवत्ता पर गंभीर प्रश्न उठ रहे हैं। Free Cough Syrup Death ने स्पष्ट कर दिया है कि दवा वितरण और निगरानी तंत्र में सुधार की सख्त आवश्यकता है।