सीजी भास्कर, 5 अक्टूबर। बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस ने बड़ा कदम उठाया है। पार्टी ने छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bihar Election Congress Strategy) को अहम जिम्मेदारी दी है। उन्हें कांग्रेस ने सीनियर ऑब्जर्वर नियुक्त किया है। माना जा रहा है कि इस फैसले से कांग्रेस बिहार में अपनी जमीन मजबूत करने की दिशा में आक्रामक रुख अपनाएगी।
भूपेश बघेल का राजनीतिक अनुभव व्यापक है। वे इसके पहले हिमाचल प्रदेश, झारखंड, असम, उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र चुनाव में ऑब्जर्वर रह चुके हैं। इतना ही नहीं, 2024 लोकसभा चुनाव में रायबरेली सीट पर जब राहुल गांधी प्रत्याशी थे, तब भी बघेल को ही उस सीट का ऑब्जर्वर बनाया गया था। फिलहाल वे कांग्रेस महासचिव के रूप में पंजाब के प्रदेश प्रभारी की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। उनकी नई भूमिका को लेकर पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं में काफी उत्साह है।
जल्द होगी तारीखों की घोषणा
बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान जल्द होने वाला है। उससे पहले कांग्रेस ने जो नियुक्तियां की हैं, उन्हें पार्टी कार्यकर्ताओं में ऊर्जा और विपक्षी दलों में चिंता के रूप में देखा जा रहा है। अब सबकी निगाहें इस बात पर हैं कि बघेल (Bihar Election Congress Strategy) और उनकी टीम चुनावी रणनीति को किस दिशा में मोड़ते हैं।
कांग्रेस का फोकस
कांग्रेस इस बार बिहार में संगठन को नए ढंग से सक्रिय करने की योजना बना रही है। प्रदेश नेतृत्व के साथ समन्वय साधने के लिए बघेल जैसे अनुभवी नेता की नियुक्ति अहम मानी जा रही है। पार्टी को उम्मीद है कि भूपेश बघेल (Bihar Election Congress Strategy) की रणनीति से कार्यकर्ता मजबूती से चुनावी मैदान में उतरेंगे और विपक्षी गठबंधन को चुनौती देंगे। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि कांग्रेस का यह कदम बिहार चुनाव में नई हलचल पैदा कर सकता है। अब देखना होगा कि कांग्रेस (Bihar Election Congress Strategy) की यह रणनीति कितना असर दिखा पाती है।