सीजी भास्कर, 5 अक्टूबर। प्रदेश भाजपा सरकार अपने कार्यकर्ताओं को फिर से प्राथमिकता देने जा रही है। लंबे अंतराल के बाद कुशाभाऊ ठाकरे परिसर स्थित ‘सहयोग केंद्र’ को दोबारा शुरू करने की तैयारी पूरी हो गई है। यह पहल करीब एक साल बाद फिर से शुरू हो रही है। सोमवार से सहयोग केंद्र का संचालन होगा, जहां पहले दिन प्रदेश के राजस्व और उच्च शिक्षा मंत्री टंकराम वर्मा (BJP Workers Grievance Redressal) कार्यकर्ताओं और आम नागरिकों की समस्याएं सुनेंगे।
हर दिन एक मंत्री यहां मौजूद रहकर लोगों से मिलेंगे और उनकी शिकायतों को दूर करने का प्रयास करेंगे। प्रदेश में भाजपा सरकार बनने के बाद राष्ट्रीय सह-संगठन महामंत्री शिव प्रकाश ने कार्यकर्ताओं की समस्याओं को प्राथमिकता देने पर जोर दिया था। उसी दिशा में पिछले साल ‘सहयोग केंद्र’ की शुरुआत हुई थी। यहां रोजाना एक मंत्री बैठकर संवाद करते थे और छोटी समस्याओं का तुरंत समाधान भी किया जाता था।
एक साल से बंद था सहयोग केंद्र, रायपुर में फिर होगा शुरू
साल 2024 में अगस्त तक यह केंद्र सुचारू रूप से चलता रहा, लेकिन सितंबर में भाजपा के सदस्यता अभियान शुरू होने के बाद इसे अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया। इसके बाद संगठन चुनाव, नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव जैसे व्यस्त कार्यक्रमों के चलते यह फिर से शुरू नहीं हो सका। अब सभी चुनावी गतिविधियां समाप्त होने के बाद रायपुर जिले के कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में पार्टी ने ‘सहयोग केंद्र (BJP Workers Grievance Redressal)’ को दोबारा खोलने का निर्णय लिया है।
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सोमवार को टंकराम वर्मा दोपहर 2 से 5 बजे तक समस्याएं सुनेंगे। मंगलवार को स्कूली शिक्षा मंत्री गजेंद्र यादव, बुधवार को वन एवं सहकारिता मंत्री केदार कश्यप (BJP Workers Grievance Redressal), गुरुवार को तकनीकी शिक्षा मंत्री गुरु खुशवंत साहेब और शुक्रवार को खाद्य मंत्री दयालदास बघेल कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगे। समस्याओं के लिए पंजीयन दोपहर 1 से 2 बजे तक किया जाएगा।
भाजपा का मानना है कि इस पहल से कार्यकर्ताओं का सीधा जुड़ाव बढ़ेगा और संगठन मजबूत होगा। अब देखने वाली बात होगी कि ‘सहयोग केंद्र (BJP Workers Grievance Redressal)’ की वापसी से कार्यकर्ताओं की समस्याओं का किस तरह निपटारा हो पाता है।