सीजी भास्कर, 6 अक्टूबर। छत्तीसगढ़ में 3,200 करोड़ रुपये के बड़े (Liquor Scam Chhattisgarh) शराब घोटाले से जुड़ा मामला लगातार सुर्खियों में है। आरोपित पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पुत्र चैतन्य बघेल को विशेष अदालत ने 13 अक्टूबर तक न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है।
चैतन्य बघेल को 24 सितंबर को ईओडब्ल्यू-एसीबी की टीम ने पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया था। सोमवार को रिमांड की अवधि पूरी होने के बाद उन्हें अदालत में पेश किया गया, जहां से उनकी न्यायिक हिरासत बढ़ा दी गई। वहीं, बचाव पक्ष की ओर से दायर जमानत याचिका पर अदालत ने सुनवाई की तारीख 8 अक्टूबर तय की है।
गौरतलब है कि चैतन्य बघेल को 18 जुलाई को उनके जन्मदिन के दिन भिलाई स्थित घर से प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गिरफ्तार किया था। जांच एजेंसियों के अनुसार यह (Liquor Scam Chhattisgarh) शराब घोटाला 2018 से 2021 के बीच अंजाम दिया गया था, जब भूपेश बघेल की सरकार सत्ता में थी।
इस घोटाले में आरोप है कि आबकारी विभाग के अधिकारियों और कारोबारियों की मिलीभगत से 3,200 करोड़ रुपये की अवैध कमाई की गई। इस कड़ी में दीपेंद्र चावड़ा नामक अन्य आरोपित को भी ईओडब्ल्यू ने अदालत में पेश किया। उसे भी 13 अक्टूबर तक न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है।
कानूनी विशेषज्ञों का मानना है कि यह मामला आने वाले विधानसभा चुनावों में भी बड़ा राजनीतिक मुद्दा बन सकता है। विपक्ष लगातार पूर्व मुख्यमंत्री और उनकी सरकार पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगा रहा है। वहीं, बचाव पक्ष का कहना है कि यह कार्रवाई पूरी तरह से राजनीतिक द्वेष से प्रेरित है।