सीजी भास्कर, 07 अक्टूबर। हायर सेकंडरी तक शिक्षित 42 वर्षीय वीरेन्द्र बघेल के पास खेती का रकबा 3 एकड़ है। पहले वह परंपरागत तकनीक से कृषि कार्य करते थे, जिससे सालाना दो लाख रुपये से अधिक की आय नहीं हो पाती थी। पारंपरिक तकनीक से कृषि कार्य करने पर उत्पादन लागत अधिक और मुनाफा कम होता था, साथ ही समय पर कार्य पूरा न होने से कई बार फसल भी प्रभावित हो जाती थी। लेकिन फार्म मशीनरी बैंक (Farm Machinery Bank) की मदद से अब उनका कृषि कार्य पूरी तरह आधुनिक हो गया है।
फार्म मशीनरी बैंक (Farm Machinery Bank) के जरिये पिछले 13 महीनों में मशीनों के किराए से लगभग 10 लाख रुपये की आय हुई। इसमें डीजल और मरम्मत पर चार लाख रुपये खर्च हुए और लगभग छह लाख रुपये का शुद्ध लाभ मिला। इसी आय से उन्होंने ढाई लाख रुपये से अधिक का बैंक ऋण चुका दिया। वीरेन्द्र का कहना है कि फार्म मशीनरी बैंक (Farm Machinery Bank) से हुई आय ने उनके परिवार में आर्थिक स्थिरता और खुशहाली लाई है।
कोण्डागांव जिले के बकावण्ड तहसील के ग्राम कचनार निवासी वीरेन्द्र बघेल ने शासन की योजना से लाभ लेकर कृषि यंत्र सेवा केंद्र शुरू किया है। इस केंद्र के माध्यम से वे आसपास के किसानों को कृषि कार्यों के लिए किराए पर उपकरण उपलब्ध करवा रहे हैं। इससे क्षेत्र के किसानों को खेती में सहूलियत फार्म मशीनरी बैंक (Farm Machinery Bank) से मिल रही है और वे भी उन्नत तकनीक से कृषि कार्य कर पा रहे हैं।
वीरेन्द्र बताते हैं कि उन्होंने कृषि अभियांत्रिकी विभाग के संपर्क में आकर, कृषि यांत्रिकीकरण सबमिशन अंतर्गत फार्म मशीनरी बैंक कम्पोनेंट-04 के तहत कृषि यंत्र सेवा केंद्र की स्थापना की। इसके लिए बैंक ऋण से दो ट्रैक्टर, एक कल्टीवेटर, एक थ्रेसर, एक रिपर, एक रोटावेटर, एक सीड ड्रिल और एक स्प्रेयर खरीदा गया। इन उपकरणों की कुल लागत 25 लाख 17 हजार रुपये थी, जिसमें राज्य शासन की ओर से 10 लाख रुपये का अनुदान प्रदान किया गया।
वीरेन्द्र बघेल बताते हैं कि इस योजना के माध्यम से वे अब आधुनिक तकनीक से खेती कर रहे हैं और मुनाफा भी पहले से कई गुना बढ़ गया है। उनके क्षेत्र के कुदालगांव, कचनार, बोरपदर, मेटावाड़ा, भिरलीगा और चोलनार जैसे गांवों के करीब 365 किसान फार्म मशीनरी बैंक से उपकरण किराये पर लेकर खेती कर रहे हैं। इससे किसानों की खरीफ और रबी फसल की तैयारी समय पर और प्रभावी तरीके से हो रही है।
वीरेन्द्र बघेल का कहना है कि फार्म मशीनरी बैंक ने न केवल उनकी बल्कि अन्य लघु और सीमांत किसानों की भी जिंदगी बदली है। आधुनिक कृषि यंत्रों की मदद से किसान अब अधिक उपज, कम लागत और बेहतर मुनाफा प्राप्त कर रहे हैं।