देश की शिक्षा व्यवस्था में बड़ा बदलाव होने जा रहा है। (NCERT New Syllabus 2026) के तहत 9वीं से 12वीं तक के लिए नया सिलेबस तैयार किया जा रहा है। यह पहल नई शिक्षा नीति 2020 का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य छात्रों में रटने की बजाय समझ और व्यावहारिकता को बढ़ावा देना है।
कब आएंगी नई किताबें?
एनसीईआरटी की विशेषज्ञ समिति (Expert Committee) ने बताया कि 9वीं और 11वीं की किताबें फरवरी 2026 तक जारी होंगी, जबकि 10वीं और 12वीं की नई किताबें जुलाई 2026 तक बाजार में आ जाएंगी। यह सिलेबस छात्रों को प्रोजेक्ट-बेस्ड लर्निंग और एक्टिव लर्निंग की दिशा में आगे बढ़ाएगा।
NCERT New Syllabus 2026: कम कंटेंट, ज्यादा एक्टिविटी
नए सिलेबस में कंटेंट (Content) को घटाकर एक्टिविटी और प्रैक्टिकल लर्निंग पर फोकस किया गया है। अब छात्र सिर्फ पढ़ेंगे नहीं, बल्कि उदाहरणों और चित्रों के जरिए विषय को समझेंगे। इससे बच्चों की क्रिएटिव थिंकिंग और एनालिटिकल स्किल्स को बढ़ावा मिलेगा।
ब्रिज कोर्स से होगी नई शुरुआत
पुराने सिलेबस से पढ़ने वाले छात्रों को नए सिलेबस में एडजस्ट करने के लिए एक Bridge Course शुरू किया जाएगा। यह कोर्स 6 सप्ताह का होगा और खासकर 9वीं, 10वीं, 11वीं और 12वीं में जाने वाले विद्यार्थियों के लिए जरूरी होगा। इसका उद्देश्य पुराने और नए पाठ्यक्रम के बीच की दूरी को खत्म करना है।
1वीं से 8वीं में पहले से लागू है नया पैटर्न
एनसीईआरटी पहले ही 1वीं से 8वीं तक के लिए नई किताबें लागू कर चुका है। अब जब 9वीं से 12वीं तक यह नया सिलेबस लागू होगा, तो शिक्षा व्यवस्था (Education System) में एक समानता और बेहतर तालमेल देखने को मिलेगा। इससे देशभर के छात्रों के लिए सीखने का अनुभव अधिक आधुनिक और सरल बनेगा।
