सीजी भास्कर, 5 नवंबर। एअर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट (Air India Express Luggage Delay) से दुबई से लखनऊ पहुंचे करीब 200 यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। तीन दिन बीत जाने के बाद भी यात्रियों को अपना लगेज नहीं मिल सका है। एयरलाइन की ओर से कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया जा रहा, जबकि ग्राहक सेवा नंबर पर कॉल करने पर भी जवाब नहीं मिल रहा।
जानकारी के अनुसार, एअर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट IX-198 दो नवंबर की सुबह लगभग 4:30 बजे चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर उतरी थी। जब यात्रियों ने कंवेयर बेल्ट पर अपना सामान लेने का इंतजार किया, तो वहां पिछले विमान IX-194 के यात्रियों का लगेज आया।
काफी देर बाद पूछताछ करने पर अधिकारियों ने बताया कि (Air India Express Luggage Delay) के तहत यह समस्या इसलिए हुई क्योंकि दुबई एयरपोर्ट पर यात्रियों का सामान विमान में लोड नहीं हो पाया। अधिकारियों ने आश्वासन दिया था कि आठ से दस घंटे में सामान दूसरे विमान से लखनऊ पहुंच जाएगा, लेकिन अब तीन दिन बाद भी यात्रियों को उनका लगेज नहीं मिल पाया है।
200 यात्रियों का सामान अब भी लापता
सूत्रों के मुताबिक, करीब 200 यात्रियों के बैग दुबई में ही अटके हुए हैं। कई यात्रियों के कीमती सामान, जरूरी दस्तावेज़ और शादी के कपड़े तक इसी लगेज में हैं। लगातार एयरपोर्ट का चक्कर काटने के बावजूद यात्रियों को हर बार “अभी जांच चल रही है” जैसे जवाब ही मिल रहे हैं।
यात्रियों का कहना है कि एयरलाइन द्वारा दिया गया कस्टमर केयर नंबर पूरी तरह निष्क्रिय साबित हो रहा है। कई लोगों ने बताया कि उन्होंने 50 से अधिक बार कॉल की, लेकिन किसी ने फोन नहीं उठाया। यात्रियों ने आरोप लगाया है कि एयरलाइन की लापरवाही से उनकी परेशानियां बढ़ गई हैं और यात्रा का पूरा अनुभव खराब हो गया है।
पहले भी सामने आई थी लापरवाही
यह कोई पहला मामला नहीं है। पिछले महीने भी एअर इंडिया एक्सप्रेस की एक उड़ान में एक महिला यात्री का बैग दुबई में छूट गया था, जिसे वापस पाने के लिए उसे कई दिनों तक एअरलाइन और अधिकारियों के बीच भाग-दौड़ करनी पड़ी थी। बार-बार हो रही ऐसी घटनाओं से यात्रियों का भरोसा डगमगाने लगा है।
तीन दिन बीत गए, पर लगेज नहीं मिला। कई यात्रियों की शादी और बिजनेस से जुड़ी जरूरी वस्तुएं फंसी हैं। एयरलाइन की चुप्पी पर सवाल उठ रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि एयरलाइन को यात्रियों के लगेज की वास्तविक स्थिति का ट्रैकिंग अपडेट तुरंत सार्वजनिक करना चाहिए, ताकि पारदर्शिता बनी रहे।
