सीजी भास्कर, 12 नवंबर। दिल्ली के लाल किले के पास सोमवार शाम (10 नवंबर) को हुए भीषण धमाके (Red Fort Explosion) ने पूरे देश को झकझोर दिया है। इस घटना में 10 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई लोग गंभीर रूप से घायल हैं जिन्हें एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस घटना की सभी राजनीतिक दलों ने निंदा की है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
इस बीच, जमाअत-ए-इस्लामी हिंद (JIH) के अध्यक्ष सैयद सआदतुल्लाह हुसैनी का बयान सामने आया है। उन्होंने इस घटना पर गहरा दुख जताते हुए कहा कि इस विस्फोट (Red Fort Explosion) की पारदर्शी और उच्चस्तरीय जांच की जानी चाहिए ताकि सच्चाई सामने आ सके। उन्होंने पीड़ित परिवारों को उचित मुआवजा देने और सुरक्षा चूक के लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर तत्काल कार्रवाई की मांग की है।
“यह अत्यंत दुखद और पीड़ादायक घटना है”
अपने बयान में हुसैनी ने कहा – “सोमवार शाम दिल्ली के लाल किले के पास हुए विस्फोट में निर्दोष लोगों की जान गई और कई लोग घायल हुए। यह अत्यंत दुखद और पीड़ादायक घटना है। हम अपने प्रियजनों को खोने वाले परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं और घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की दुआ करते हैं। इस दुख की घड़ी में हम दिल्ली के लोगों के साथ खड़े हैं।”
“अगर यह आतंकी घटना है, तो दोषियों को मिले सजा”
उन्होंने आगे कहा कि शुरुआती मीडिया रिपोर्टों से यह संकेत मिल रहा है कि यह एक आतंकी हमला (terror attack) हो सकता है।
“अगर जांच एजेंसियों द्वारा इसकी पुष्टि होती है, तो यह एक घृणित और कायराना कृत्य है। हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं और मांग करते हैं कि दोषियों को जल्द से जल्द न्याय के कटघरे में लाया जाए।”
राजनीतिक दलों की प्रतिक्रिया
दिल्ली ब्लास्ट को लेकर कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और बीजेपी के नेताओं ने एकजुट होकर घटना की निंदा की है। सभी ने कहा कि यह राष्ट्रीय सुरक्षा में बड़ी चूक है और केंद्र सरकार को जवाब देना चाहिए कि राजधानी में इतना बड़ा धमाका कैसे हुआ।
जांच एजेंसियां अलर्ट पर
सूत्रों के मुताबिक, जांच में एनआईए (NIA) और दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल (Red Fort Explosion) की संयुक्त टीम जुटी हुई है। आसपास के CCTV फुटेज, फोन लोकेशन और संदिग्ध वाहनों की जांच की जा रही है। फिलहाल किसी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है।
