सी जी भास्कर, 24 अगस्त। जिला कार्यालय दुर्ग के सभा कक्ष में जिला जल उपयोगिता समिति की बैठक आयोजित की गई। कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में सांसद विजय बघेल, विधायक डोमन लाल कोर्सेवाड़ा, ललित चंद्राकर और गजेन्द्र यादव भी सम्मिलित हुए। बैठक में समिति द्वारा तांदुला जल संसाधन संभाग दुर्ग अंतर्गत वृहद एवं मध्यम जलाशयों में जलभराव की स्थिति को ध्यान में रखते हुए किसानों की मांग के अनुरूप खरीफ फसलों की सिंचाई हेतु बांधों से पानी दिए जाने का निर्णय लिया गया।
खरीफ फसलों की सिंचाई हेतु बांधों से छोड़े गए पानी व्यर्थ ना बहे तथा सिंचाई पानी टेल एरिया तक पहुंचे इस हेतु जल संसाधन विभाग के अधिकारियों को नहरों की मरम्मत पर विशेष ध्यान देने कहा गया। इसी प्रकार शहरी क्षेत्रों में नहरों को सुरक्षित रखने, नहर से अतिक्रमण हटाने अभियान चलाने के निर्देश दिए गए। नगरीय निकाय एवं जल संसाधन विभाग और सभी विभागों के सहयोग से शहर के नहरों की जांच हेतु जांच टीम गठित करने का भी निर्णय लिया गया।
कलेक्टर सुश्री चौधरी ने तांदुला जल संसाधन संभाग अंतर्गत गोंदली एवं खपरी जलाशय में पानी की भराव क्षमता बढ़ाने हेतु कैचमेंट एरिया में मनरेगा के तहत गहरीकरण कार्य, डेम सेफ्टी योजना अंतर्गत जलाशय सुधार एवं बाढ़ आपदा प्रबंधन के तहत प्रस्ताव प्रेषित करने कार्यपालन अभियंता को निर्देशित किया। विधायक ललित चंद्राकर ने जलाशय सुधार एवं नहर मरम्मत के कार्य ग्रीष्म ऋतु में पूर्ण करा लिए जाने के सुझाव दिए।
इसी प्रकार विधायक गजेन्द्र यादव ने ग्रामीण क्षेत्रों में भू-जल ग्रहण क्षमता बढ़ाने नदी नालों के किनारे छोटे-छोटे सोख्ता टैंक बनाए जाने पर जोर दिया। कार्यपालन अभियंता एसके पांडे ने बताया कि तादुला जलाशय में 90.53% खरखरा में 100% गोंदली जलाशय में 49.79 प्रतिशत गंगरेल बांध में 88.44 प्रतिशत कथा खपरी जलाशय में 81.75% जल भर हुई है । उन्होंने यह भी जानकारी दी कि वर्ष 2024 -25 में 90795 हेक्टेयर में खरीफ फसलों की सिंचाई प्रस्तावित है