दुर्ग यातायात पुलिस द्वारा संचालित Road Safety Campaign का प्रभाव इस वर्ष स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है। जनवरी से अक्टूबर 2025 के बीच ड्रिंक-एंड-ड्राइव के 911 मामले दर्ज किए गए, जबकि इसी अवधि में 2024 में यह संख्या मात्र 239 थी।
यह बढ़ोतरी सिर्फ आंकड़ों का बदलाव नहीं, बल्कि सड़क सुरक्षा पर प्रशासन के कड़े रुख का प्रतीक मानी जा रही है। हर मामले में वाहनों को ज़ब्त कर प्रकरण तैयार किए गए और आगे की प्रक्रिया के लिए न्यायालय भेजा गया।
हेलमेट ज़ोन लागू होने से बढ़ी अनुशासनशीलता
सेंट्रल एवेन्यू रोड, भिलाई को जबसे Compulsory Helmet-Wearing Zone घोषित किया गया है, तबसे स्थानीय लोगों में हेलमेट (Drink and Drive Action) और यातायात नियमों के प्रति सजगता बढ़ी है।
ट्रैफिक विभाग के अधिकारियों के अनुसार लगातार चल रहे औचक निरीक्षणों और कड़ी निगरानी की वजह से लोग अब नियमों को “बाध्यता” नहीं, बल्कि “सुरक्षा” के रूप में स्वीकार करने लगे हैं।

Road Safety Campaign: 28 मामलों पर त्वरित कार्रवाई, सभी वाहन जब्त
जिले-भर में चल रहे विशेष Traffic Enforcement Drive के दौरान बुधवार को अकेले 28 ड्रिंक-एंड-ड्राइव के प्रकरण दर्ज किए गए।
सभी वाहनों को तुरंत जब्त किया गया और प्रकरण न्यायालय भेजे गए। टीम ने बताया कि ऑपरेशन सुरक्षा के तहत ऐसी कार्रवाई आगे भी तेज़ गति से जारी रहेगी, ताकि सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाई जा सके।
नागरिकों को सुरक्षा को प्राथमिकता देने की अपील
ट्रैफिक पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि Operation Suraksha Appeal सिर्फ एक अभियान नहीं, बल्कि जन-सुरक्षा से जुड़ा साझा प्रयास है।
अधिकारियों ने संदेश दिया कि वाहन चलाते समय हेलमेट अवश्य पहनें, नशे की स्थिति में वाहन बिल्कुल न चलाएँ और ट्रैफिक नियमों को बोझ नहीं, बल्कि जीवन रक्षा के नियमों के रूप में अपनाएँ।
