सीजी भास्कर, 22 नवंबर। प्रदेश में गरीबी रेखा (BPL) राशनकार्ड में भारी गड़बड़ी (BPL Ration Card Fraud) का बड़ा खुलासा हुआ है। खाद्य विभाग की जांच में सामने आया कि 4,630 कंपनी डायरेक्टर्स, 62,813 आयकर दाताओं, 640 जीएसटी कारोबारी, और 1 हेक्टेयर से अधिक भूमि वाले 29,83,738 भू-स्वामियों ने फर्जी दस्तावेजों के सहारे बीपीएल राशनकार्ड बनवा लिए थे (Chhattisgarh Ration Scam)।
ये सभी लोग तीन सालों से हर माह बीपीएल श्रेणी का चावल उठा रहे थे। अकेले राजधानी रायपुर में ऐसे 17,991 लाभार्थी चिन्हित हुए हैं। वन नेशन–वन कार्ड के तहत ई-केवाईसी, आधार सत्यापन और बैंक खाते की जांच के बाद यह बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है (Fake Beneficiary Detection)।
खाद्य विभाग अब तक 7,23,238 नाम काट चुका है, जबकि 26.60 लाख सदस्यों के नाम हटाने की प्रक्रिया जारी है। विभाग फर्जी कार्डधारकों को नोटिस भेजने की तैयारी में है और तीन वर्षों के राशन की वसूली भी संभव मानी जा रही है। सत्यापन रिपोर्ट में 1,05,590 ऐसे लोगों के नाम मिले, जिनके आधार कार्ड निष्क्रिय थे लेकिन उन पर राशन कार्ड जारी थे।
BPL Ration Card Fraud जिलेवार आंकड़े
बिलासपुर : 5,841
कवर्धा : 8,701
जशपुर : 5,681
रायपुर : 9,356
इन निष्क्रिय पहचान पर भी वर्षों तक राशन की उठाव जारी रहा।
खाद्य विभाग अलर्ट मोड पर
खाद्य संचालनालय ने सभी कलेक्टर्स को फिजिकल वेरिफिकेशन के निर्देश दिए हैं। फर्जी सदस्यों को नोटिस जारी किए जाएंगे। साथ ही उन राशन दुकानों, अधिकारियों और कर्मचारियों पर कार्रवाई की तैयारी है, जिनकी लापरवाही के कारण यह गड़बड़ी संभव हुई।
BPL Ration Card Fraud जिलेवार फर्जी लाभार्थियों की सबसे बड़ी संख्या
रायपुर : 10,361 आयकर दाता, 123 जीएसटी कारोबारी, 1,12,956 बड़े भू-स्वामी
बिलासपुर : 6,074 आयकर दाता, 36 कारोबारी, 1,26,041 भूमि स्वामी
दुर्ग : 6,339 आयकर दाता, 71 कारोबारी, 79,446 भूमि स्वामी
सरगुजा : 2,586 आयकर दाता, 11 कारोबारी, 75,277 भूमि स्वामी
बस्तर : 1,185 आयकर दाता, 9 कारोबारी, 57,097 भूमि स्वामी
राज्य सरकार अब इस पूरे मामले में सख्त कदम उठाने की तैयारी में है।
