सीजी भास्कर, 17 दिसंबर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में नेशनल हेराल्ड मामले को लेकर कांग्रेस (Congress Protest) ने राजधानी में जोरदार विरोध प्रदर्शन शुरू किया। बुधवार दोपहर पंडरी इलाके में बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता और नेता भाजपा कार्यालय की ओर बढ़ते हुए नारेबाजी करने लगे।
इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel), नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत और कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज (Deepak Baij) भी मौजूद रहे और उन्होंने सीधे प्रदर्शनकारी नेताओं के बीच जाकर स्थिति को देखा।
प्रदर्शन (Congress Protest) में शामिल पूर्व मंत्री अमरजीत भगत, पूर्व विधायक अनिता शर्मा, विकास उपाध्याय के साथ-साथ NSUI और युवा कांग्रेस के कई नेता शामिल हैं। कार्यकर्ताओं ने पुलिस द्वारा लगाए गए बैरिकेड्स को तोड़ते हुए कार्यालय की ओर बढ़ने का प्रयास किया। इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच जमकर धक्कामुक्की (Push and Shove) हुई।
कांग्रेस नेताओं का आरोप है कि नेशनल हेराल्ड मामले में राजनीतिक द्वेष (Political Vendetta) के तहत कार्रवाई की जा रही है और लोकतांत्रिक संस्थाओं का दुरुपयोग हो रहा है। प्रदर्शनकारी न्याय और पारदर्शिता की मांग कर रहे हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि कार्रवाई जारी रही तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।
प्रशासन ने इलाके में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। भारी पुलिस बल तैनात किया गया और संवेदनशील स्थानों पर मोबाइल फोर्स की निगरानी रखी जा रही है। आसपास के मार्गों पर यातायात को सुचारू बनाने के लिए वैकल्पिक मार्ग भी बनाए गए।
राजनीतिक विशेषज्ञों का कहना है कि राजधानी में इस तरह का प्रदर्शन छत्तीसगढ़ में राजनीतिक तनाव को और बढ़ा सकता है। नेशनल हेराल्ड मामले (National Herald Case) के चलते होने वाले इस प्रदर्शन ने प्रशासन और पुलिस के लिए चुनौती बढ़ा दी है।


