सीजी भास्कर, 23 अक्टूबर। डेंगू के हजारों मामले सामने आने के बाद दिल्ली सरकार मच्छरों से निपटने अब काफी संजीदगी भरे निर्णय ले रही है। डेंगू के आलावा मलेरिया भी फैलता जा रहा है जो कि सरकार के लिए भी सरदर्द है। इससे निजात पाने के लिए दिल्ली नगर निगम ने एक अनोखा तरीका खोज निकाला है। दिल्ली नगर निगम (MCD) ने नरेला के वार्ड नंबर 33 और रानीखेड़ा में मच्छरों की रोकथाम के लिए ड्रोन से दवा का छिड़काव शुरू किया है। यह पहल डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया जैसी वेक्टरों से होने वाली बीमारियों के खिलाफ कार्रवाई के तहत की गई है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक फिलहाल दिल्ली के उन क्षेत्रों पर अधिक ध्यान दिया जा रहा है जहां मानसून के दौरान जलजमाव हुआ था। दिल्ली में इस साल रिकॉर्ड तोड़ बारिश के कारण कई इलाकों में जलभराव हो गया है, जिससे मच्छरों के पनपने के लिए अनुकूल माहौल बन गया है। एमसीडी की मेयर शैली ओबेरॉय ने नागरिकों से अनुरोध किया है कि वे अपने आस-पास जल जमाव न होने दें ताकि स्वास्थ्य से जुड़ी जोखिमों को कम किया जा सके। यह पहला मौका है, जब दिल्ली में ड्रोन के जरिए मच्छर रोधी दवा का छिड़काव किया जा रहा है।
ओबेरॉय ने बताया कि ड्रोन तकनीक का इस्तेमाल करने से ज्यादा से ज्यादा एरिया में दवा का छिड़काव किया जा सकता है, जिससे समय, मैन पावर और संसाधनों की बचत होती है। इस ड्रोन अभियान के तहत रानीखेड़ा में अगले 4-5 दिनों तक छिड़काव जारी रहेगा, जो लगभग 15 हेक्टेयर क्षेत्र को कवर करेगा। इसके साथ ही मेयर ने यह भी बताया कि सफाई कर्मचारियों को अब हर महीने के पहले सप्ताह में वेतन दिया जा रहा है और 10,000 से अधिक सफाई कर्मचारियों को स्थाई किया गया है।
एमसीडी ने डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों को रोकने के लिए कई अन्य पहले भी की हैं। इनमें स्कूलों में जागरूकता कार्यक्रम, आरडब्ल्यूए के साथ बैठक और सफाई कर्मचारियों को स्थायी करने जैसे कदम शामिल हैं। एमसीडी ने सफाई कर्मचारियों को अब हर महीने के पहले सप्ताह में वेतन देना भी शुरू कर दिया है।