सीजी भास्कर, 10 मई। Raghav Chadha on India Pakistan Tension: ऑपरेशन सिंदूर के बाद से बौखलाया पाकिस्तान लगातार भारत की सेना और आम जनता पर हमला कर रहा है. ऐसे में पूरा देश अपने सैनिकों और जनता की सुरक्षा की कामना कर रहा है. इस बीच आम आदमी पार्टी (AAP) से राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने पाकिस्तान को ललकारा है और चेतावनी दी है कि अब भी समय है सुधर जाओ, वरना काशी से लेकर इस्लामाबाद तक बहेगी गंगा और रावलपिंडी में लहराएगा भारत का तिरंगा.
राघव चड्ढा ने एक वीडियो जारी कर कहा, “यह सच्चाई है कि आप दोस्त बदल सकते हैं, लेकिन पड़ोसी नहीं और जब पड़ोसी पाकिस्तान जैसा हो तो उसे ठीक करने के लिए कठोर दंड देना हमारा पहला कर्तव्य है. आज भारत सिर्फ पाकिस्तान नहीं बल्कि क्रूरता, बर्बरता और आतंकी मानसिकता के खिलाफ एक जंग लड़ रहा है.”
‘जिन परिवारों ने देश के लिए अपने बेटे-बेटी दिए, उनकी चट्टान बनना है’
भारतीय सेना की तारीफ करते हुए राघव चड्ढा ने कहा, “हमारी सेना जिस अद्भुत वीरता और शौर्य से लड़ रही है, उससे साफ है कि इस बार आतंकवाद का खात्मा हो कर रहेगा. बस हम सबको अपने ईश्वर से सैनिकों की सलामती की दुआ और प्रार्थना करनी है. उनके परिवारों के साथ खड़े होकर उनका साहस और मनोबल बढ़ाना है. जिन परिवारों से निकल कर कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह जैसी बेटियां तिरंगे की शान संभाल रही हैं. जिन परिवारों के बेटे सरहद पर दुश्मन का मुकाबला कर रहे हैं, उन परिवारों के साथ चट्टान की तरह खड़ा होना है.”
‘पहले छेड़ते नहीं, बाद में छोड़ते नहीं’
आप सांसद ने कहा, “दुनिया जानती है कि हमारा यह उसूल है- न हम किसी को पहले छेड़ते हैं और न ही बाद में छोड़ते हैं. 22 अप्रैल को पहलगाम में पाकिस्तानी आतंकवादियों ने जिस कायरता और क्रूरता से हमारे निहत्थे लोगों की हत्या की थी, वह मानवता के इतिहास पर एक कलंक की तरह है. तो हमने भी अपनी बहनों का बदला ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की पहली किस्त से ले लिया, लेकिन पाकिस्तान अपनी गलती मानने के बजाय भारत को ही आंख दिखाने लगा.”
‘बुद्ध के साथ भीम की भी धरती है भारत’
राघव चड्ढा ने कहा, “पाकिस्तान ने अपनी गलती स्वीकारने की जगह सीमा पर हमारे बेकसूर नागरिकों को और बच्चों को निशाना बनाने का आपराधिक प्रयास किया. वह भूल गया कि भारत जहां बुद्ध की धरती है, वहां अर्जुन और भीम जैसे महान योद्धाओं की भी है. भारत जहां महात्मा गांधी का वंशज है, वहीं भगत सिंह और चंद्रशेखर आजाद जैसे वीरों का भी है.”
“इसलिए भारत की तीनों सेनाएं पूरी ताकत से बता रही हैं कि भारत पाकिस्तान का बाप है और बाप-बाप होता है. हमारी मिसाइलें, हमारे विमान पाकिस्तान की छाती पर गरज रहे हैं. हमारा एयर डिफेंस सिस्टम पाकिस्तान की मिसाइलों और ड्रोन्स को मच्छर की तरह मसलकर मार रहा है.”
‘आतंकवादियों को दफनाने में जुटी है भारतीय सेना’
इतना ही नहीं, राघव चड्ढा ने आगे कहा, “जिन आतंकवादियों ने रहम की भीख मांग रहीं माताओं के सामने उनके कलेजे के टुकड़े को छीना था, जिन आतंकवादियों ने पुलवामा से लेकर उरी तक हमारे लोगों पर नापाक नजर डाली थी, जिन पाकिस्तानियों ने 2008 में मुंबई में हमारे सैकड़ों निहत्थों और बेकसूर लोगों की बली ली थी, जिन आतंकवादियों ने 2001 में हमारे लोकतंत्र के मंदिर, हमारे संसद पर घिनौना हमला किया था, जिन आतंकवादियों ने 1993 में हमारी आर्थिक राजधानी मुंबई को सीरियल ब्लास्ट से दहला दिया था. हमारी सेना उन आतंकवादियों और उनकी नफरत की मानसिकता को पूरी ताकत से दफनाने में जुटी है.”
‘हमें देश की कमजोरी नहीं, ताकत बनना है’
राघव चड्ढा ने आम जनता से अपील की, “बस हम सबको आपस में एक रहना है. मुसीबत में देश की कमजोरी नहीं, बल्कि ताकत बनना है. हम किसी भी धर्म और जाति या किसी भी राजनीतिक धर्म से जुड़े हैं, किसी भी नेता को फॉलो करते हैं, इससे ज्यादा जरूरी बात यह है कि हम सब हिन्दुस्तानी हैं. अगर कोई हमारे देश और मातृभूमि की तरफ आंख उठाएगा, उसका जवाब हम सब मिलकर देंगे.”
‘पाकिस्तान की मेमोरी कमजोर है’
राघव चड्ढा ने पाकिस्तान की हर हार का जिक्र कर कहा, “हमारी आर्मी, नेवी और एयरफोर्स पाकिस्तान को फिर से याद दिला रहे हैं कि ऐसे ही 1971 में हमने उसको धूल चटाई थी. ऐसे ही पाकिस्तान के 90 हजार सैनिकों को घुटनों पर लाकर भारत ने नया बांग्लादेश बनाया था. ऐसे ही 1984 में सियाचिन में भारत के सैनिकों ने पाकिस्तान के कायरों को दौड़ाया था. ऐसे ही 1999 में कारगित में हमारे देश ने पाक के सा नारे नापाक इरादों को मिट्टी में मिलाया था. पाकिस्तान की मेमोरी लगता है कमजोर है, इसलिए समय समय पर याद दिलाना पड़ता है.”
‘दुनिया भर के सामने भीख मांगता है पाकिस्तान’
“जो देश 24 घंटे, 365 दिन पूरी दुनिया के सामने भीख का कटोरा लेकर खड़ा रहता है, जो देश अपने बच्चों के हिस्से का दूध आतंकियों को पिलाता है, उसका फन कुचलने का इरादा इस बार हर भारतीय ने ठान लिया है.”