सीजी भास्कर, 5 जुलाई। ADEN Sanjeev Saxena bribery case : बिल पास करने के लिए कमीशन मांगने के आरोप में सीबीआइ ने रेलवे के सहायक मंडल अभियंता (एडीईएन) संजीव सक्सेना और उसके अधीनस्थ आकाश को 34,000 रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया। यह कार्रवाई शुक्रवार रात उस समय की गई, जब दोनों आरोपित शिकायतकर्ता से अवैध धन की वसूली कर रहे थे। शनिवार सुबह सीबीआइ की छह सदस्यीय टीम दोनों को गिरफ्तार कर गाजियाबाद ले गई।
सीबीआइ से चार जुलाई को रेलवे ठेकेदार ने शिकायत की थी। ठेकेदार का कहना था कि उसकी फर्म को 19 जनवरी, 2024 को उत्तर रेलवे के मुरादाबाद मंडल द्वारा ट्रैक फिटिंग का ठेका मिला था। सहायक मंडल अभियंता ने 17,57,605 रुपये के लंबित बिल पास करने के बदले दो प्रतिशत कमीशन 34,000 रुपये की मांग की। जांच एजेंसी ने शिकायत की पुष्टि के बाद जाल बिछाया और शुक्रवार रात करीब 11 बजे उसके कार्यालय में पहुंची, उस समय सहायक मंडल अभियंता संजीव सक्सेना अपने कार्यालय में था। टीम ने अभियंता और उसके अधीनस्थ को रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ पकड़ लिया। इसके बाद अभियंता के कार्यालय और आवास की तलाशी लेकर पत्रावलियों की जांच की।
बताया जा रहा है कि इस दौरान टीम ने रिश्वत की रकम व भुगतान के लिए रकम से प्रमाण के तौर पर आडियो भी बरामद किया है। शनिवार सुबह पूछताछ के बाद दोनों को औपचारिक रूप से गिरफ्तार कर लिया गया। सहायक मंडल अभियंता का रिटायरमेंट निकट है। विभागीय सूत्रों का कहना है कि लगभग तीन वर्ष पहले इसी स्थान पर तैनात सीनियर सेक्शन इंजीनियर को भी सीबीआइ ने रिश्वत के एक मामले में गिरफ्तार किया था।