उद्योगपति अनिल अंबानी के बेटे जय अनमोल अंबानी से ईडी ने कथित बैंक लोन धोखाधड़ी और मनी लांड्रिंग मामले (Anmol Ambani) में लगातार दूसरे दिन पूछताछ की। अधिकारियों के अनुसार 34 वर्षीय अनमोल अंबानी का बयान पहली बार शुक्रवार को प्रीवेंशन ऑफ मनी लांड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) के तहत दर्ज किया गया था और शनिवार को भी पूछताछ की प्रक्रिया जारी रही। ईडी की यह कार्रवाई वित्तीय अनियमितताओं की परतें खोलने के उद्देश्य से तेज की गई है।
हालांकि, रिलायंस अनिल धीरूभाई अंबानी ग्रुप (Anmol Ambani) ने इस मामले में कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। ईडी की जांच यस बैंक से जुड़े कथित वित्तीय लेनदेन पर केंद्रित है, जिसके अनुसार बैंक पर 31 मार्च 2017 तक रिलायंस अनिल धीरूभाई अंबानी ग्रुप का लगभग 6,000 करोड़ रुपये का बकाया था।
यह ऋण मात्र एक वर्ष में दोगुना बढ़कर 13,000 करोड़ रुपये हो गया। इस दायरे में रिलायंस होम फाइनेंस लिमिटेड (आरएचएफएल) और रिलायंस कमर्शियल फाइनेंस लिमिटेड (आरसीएफएल) जैसी कंपनियां शामिल हैं, जिन्हें ईडी ने (मनी लांड्रिंग मामले) की जांच में महत्वपूर्ण माना है।
ईडी का आरोप है कि वित्तीय निवेश का एक बड़ा हिस्सा नॉन-परफॉर्मिंग इन्वेस्टमेंट (एनपीआई) में बदल गया, जिसके चलते यस बैंक को करीब 3,300 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।
इस पृष्ठभूमि में अनिल अंबानी से भी ईडी पूछताछ कर चुकी है। जांच अधिकारियों का मानना है कि अनमोल अंबानी से पूछताछ का उद्देश्य धन के प्रवाह, निवेश पैटर्न और लेनदेन की प्रकृति से जुड़े तथ्यों को स्पष्ट करना है, जिससे पूरे (मनी लांड्रिंग मामले) की कड़ियां जुड़ सकें।


