राजस्थान , 09 मई 2025 :
India Pakistan Attack News : राजस्थान के जैसलमेर के किशनघाट इलाके में शुक्रवार की सुबह बम जैसी वस्तु मिली, जिसके बाद स्थानीय पुलिस और वायुसेना ने इलाके की घेराबंदी कर दी. पुलिस के अनुसार, यह वस्तु कोतवाली थाना क्षेत्र के अंतर्गत किशनघाट के सामने स्थित जोगियों की बस्ती में एक नर्सरी के पास पड़ी दिखी.
कोतवाली थाने के थानाधिकारी प्रेम दान ने बताया कि यह बम जैसी वस्तु लग रही है और सेना के विशेषज्ञ इसे निष्क्रिय करने के लिए किशनघाट पहुंच रहे हैं. स्थानीय निवासी अर्जुन नाथ ने जब इस बम जैसी वस्तु को देखा तो किशनघाट के सरपंच प्रतिनिधि कल्याण राम को सूचित किया, जिन्होंने अधिकारियों को इसके बारे में बताया.
उन्होंने बताया कि इसके बाद स्थानीय पुलिस और भारतीय वायुसेना की टीमें घटनास्थल पर पहुंचीं. एहतियात के तौर पर इलाके की घेराबंदी कर दी गई है और आगे की जांच जारी है.
जैसलमेर में जोरदार धमाकों की आवाज
जानकारों के अनुसार, यह वस्तु गुरुवार रात करीब 10.30 बजे जैसलमेर की ओर पाकिस्तान द्वारा भेजे गए ड्रोन के हिस्सों जैसी दिख रही थी. हालांकि, आधिकारिक पुष्टि का इंतजार है. अधिकारियों ने निवासियों से शांत रहने और सुरक्षा निर्देशों का पालन करने का आग्रह किया है. क्षेत्र में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है.
पुलिस ने बताया कि गुरुवार शाम को जैसलमेर में जोरदार धमाकों की आवाज सुनी गई और पाकिस्तान की सीमा से लगे पश्चिमी राजस्थान के जिलों में ‘ब्लैकआउट’ लागू कर दिया गया, जिससे पूरा इलाका अंधेरे में डूब गया.
सीमा पर कभी भी किसी भी तरह की घुसपैठ हो सकती है…
एक वरिष्ठ अधिकारी ने पुष्टि की कि जैसलमेर में जोरदार आवाज सुनी गई. कुछ देर की शांति के बाद करीब एक घंटे तक धमाकों की आवाज सुनाई देती रही. जैसलमेर के राणाऊ गांव के एक निवासी ने कहा, ‘हमने कुछ नहीं देखा…सिर्फ आवाजें सुनीं, जिससे हम डर गए.’ उसी गांव के निवासी अमर सिंह सोलंकी ने ‘पीटीआई’ को बताया, ‘हम तो सीमा के पास ही रहते आए हैं और हमेशा सतर्क रहते हैं क्योंकि सीमा पर कभी भी किसी भी तरह की घुसपैठ हो सकती है.’
सोलंकी ने कहा, “…हम सेना का साथ देने के लिए तैयार हैं, हम सतर्क हैं…हम पूरी तरह तैयार हैं.’ जोरदार धमाकों और पूरी तरह से ‘ब्लैकआउट’ के बाद अनिश्चितता की रात को याद करते हुए, राणाऊ गांव के एक अन्य निवासी ने कहा, ‘ब्लैकआउट के बाद, हम समझ नहीं पाए कि क्या हो रहा है. बाद में हमें पता चला कि यह पाकिस्तान की ओर से हमला था.’
वहीं जैसलमेर में स्थानीय लोगों ने बताया कि भारतीय सेना द्वारा ड्रोन को रोके जाने के बाद आसमान में आग के गोले देखे गए. बीकानेर में भी इसी तरह की गतिविधि की सूचना मिली, जहां कथित तौर पर भारतीय बलों द्वारा पाकिस्तानी ड्रोन को मार गिराया गया.
बीकानेर जिले के खाजूवाला के पास गांव 40 केवाईडी के एक निवासी ने कहा, ‘मैंने खुद कुछ नहीं सुना, लेकिन मेरे पोते ने मुझे बताया कि कल रात यहां बमबारी हुई थी. बाद में, मैंने अपना फोन पर देखा कि वास्तव में हमला हुआ था.’
इसी गांव के पूर्व सैनिक राजवीर सिंह ने ‘पीटीआई’ को बताया, ‘जब हमला हुआ तो हमने धमाके सुने और हम सभी तुरंत जाग गए. हम सभी ने आवाज़ें स्पष्ट रूप से सुनीं, और हमारे सामने चमकदार रोशनी देखी.’ उन्होंने कहा, ‘पहले तो लोग थोड़े डरे हुए थे, लेकिन बाद में जब हमें पता चला कि भारतीय सेना ने अपने ‘राइट टू रिस्पॉन्ड’ के तहत पाकिस्तान को जवाब दिया है, तो हम सभी को बहुत खुशी हुई.’
इसी गांव के निवासी राजेंद्र आचार्य ने कहा, ‘सीमा पर रहने वाले हम सभी लोगों में न तो कोई डर है और न ही कोई संशय है. वास्तव में, यहां हर कोई मानता है कि अगर सेना को किसी भी तरह की मदद की जरूरत है, तो हम रक्षा की दूसरी पंक्ति के रूप में उनके साथ खड़े होंगे.’