सीजी भास्कर, 10 दिसंबर। छत्तीसगढ़ में वाहन फिटनेस जांच (Automated Fitness Expansion Chhattisgarh) अब और हाईटेक होने जा रही है। राज्य सरकार धमतरी, महासमुंद, जांजगीर-चांपा, बलौदाबाजार, कांकेर, दंतेवाड़ा, सारंगढ़ और सूरजपुर ज़िलों में नए ऑटोमेटेड टेस्टिंग स्टेशन (ATS) स्थापित करने की तैयारी में है। यह कदम वाहन फिटनेस प्रक्रिया को पूरी तरह मशीन-आधारित, पारदर्शी और भरोसेमंद बनाने की दिशा में बड़ी प्रगति माना जा रहा है ।
वर्तमान में प्रदेश में रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, अंबिकापुर, जगदलपुर, कोरबा, राजनांदगांव और रायगढ़ में 8 ATS सफलतापूर्वक संचालित (Automated Fitness Expansion Chhattisgarh) हो रहे हैं। इनके माध्यम से वाहनों की फिटनेस जांच बिना मानवीय हस्तक्षेप के की जा रही है, जिससे टेस्टिंग की सटीकता बढ़ी है। दिलचस्प रूप से ATS संचालन में गुजरात के बाद छत्तीसगढ़ देश में दूसरे स्थान पर है — यानी मॉडल पूरे देश में रेफरेंस के रूप में देखा जा रहा है ।
मंगलवार को मंत्रालय महानदी भवन में परिवहन मंत्री केदार कश्यप की अध्यक्षता में विभागीय समीक्षा बैठक आयोजित हुई। बैठक में ई-ट्रैक सिस्टम, ग्रामीण बस सेवा और वाहन सुरक्षा ढांचे पर भी विस्तृत चर्चा हुई। अधिकारियों ने बताया कि राज्य के सभी RTO कार्यालयों में सेंसर-आधारित कंप्यूटरीकृत ई-ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक स्थापित किए जा रहे हैं। नई प्रणाली लागू होने पर ड्राइविंग लाइसेंस केवल वही लोग प्राप्त कर सकेंगे जिनकी ड्राइविंग वास्तविक रूप से कुशल होगी — इससे सड़क दुर्घटनाओं में कमी आने की संभावना है (Automated Fitness Expansion Chhattisgarh)।
बैठक में मुख्यमंत्री ग्रामीण बस योजना 2025 की प्रगति भी प्रस्तुत की गई। मंत्री कश्यप ने इसे ग्रामीण कनेक्टिविटी, परिवहन सुविधा और विकास के लिहाज से महत्वपूर्ण बताते हुए निर्माण कार्य तेज करने के निर्देश दिए। साथ ही सभी स्वीकृत आरडीटीसी और डीटीसी भवन निर्धारित समयसीमा में पूरा करने पर जोर दिया।
5,800 स्कूल बसों में ट्रैकिंग डिवाइस इंस्टॉल
महिला और बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सार्वजनिक वाहनों में Vehicle Location Tracking System (VLT) और इमरजेंसी पैनिक बटन लगाने की प्रक्रिया तेज की गई है। अब तक 1,900 यात्री वाहनों और 5,800 स्कूल बसों में ट्रैकिंग डिवाइस इंस्टॉल कर दिए गए हैं। आपात स्थिति में पैनिक बटन दबाते ही सिग्नल सीधे ट्रांसपोर्ट कंट्रोल सेंटर एवं डायल-112 पुलिस रिस्पॉन्स यूनिट तक पहुंचेगा।


