सीजी भास्कर, 5 जुलाई। Ayodhya Deepotsav village : रामनगरी का दीपोत्सव वैश्विक स्तर पर अपनी चमक बिखेरता है। यह उत्सव अन्य देशों के लिए भी आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। अब योगी सरकार रामनगरी में दीपोत्सव गांव की स्थापना कर इस आकर्षण में एक और सितारा जोड़ने जा रही है। इसके लिए भूमि का चयन कर लिया गया है। यह गांव भगवान राम के वन गमन के दौरान के पहले विश्राम स्थल रामचौरा गौराघाट पर बसाया जाएगा, जो पौराणिक नदी ‘तमसा’ के तट पर स्थित है। यहां दीपोत्सव के लिए दीपों की आपूर्ति करने वाले कुम्हारों को बसाने की योजना है। दीपोत्सव गांव की पहचान कुम्हारों से होगी, और इसके निर्माण के लिए लगभग ढाई करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं।
यह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ड्रीम प्रोजेक्ट है। उनके निर्देश पर कई महीनों से अधिकारियों की टीम भूमि की तलाश कर रही थी, लेकिन प्राथमिकता रामचौरा गौराघाट को मिली। गांव की स्थापना के बाद दीपोत्सव के लिए दीपों की आपूर्ति भी इसी गांव से की जाएगी। यह स्थल पर्यटकों के लिए एक दर्शनीय स्थान बनेगा, जहां कुम्हारों की जीवनशैली को देखा और अनुभव किया जा सकेगा। उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम के अधिशासी अभियंता के निजी सचिव शैलेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि दीपोत्सव गांव के लिए सहायक अभियंता रत्नेश कुमार और अर्बन आर्किटेक्ट लखनऊ के अंकित शुक्ल ने पर्यटन विभाग की भूमि का चयन कर लिया है। यहां छोटी-छोटी दुकानें और चाक रखकर बर्तन निर्माण के लिए टिन शेड दुकानों का निर्माण किया जाएगा, जिन्हें प्राथमिकता के आधार पर पहले इसी ग्रामसभा के कुम्हारों को आवंटित किया जाएगा।
सरकार को सराहा, बढ़ेगा रोजगार का अवसर
दीपोत्सव गांव की स्थापना की जानकारी मिलने के बाद ग्रामसभा के कुम्हारों में खुशी का माहौल है। इसके लिए आवश्यक आधार कार्ड और बैंक पासबुक की फोटो कापी भी पर्यटन विभाग को सौंपे जा रहे हैं। दिलीपपुर निवासी कृष्ण कुमार प्रजापति ने बताया कि वे पहले केवल दीपों और छोटे बर्तनों का निर्माण करते थे, लेकिन अब दुकान मिलने पर वे और बेहतर डिजाइन वाले बर्तन बना सकेंगे। सकतपुर निवासी रामतीरथ प्रजापति ने कहा कि अधिकारियों के कहने पर उन्होंने आवश्यक दस्तावेज सौंप दिए हैं। योगी सरकार के इस प्रयास से कुम्हारों को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे।