Bareilly No Entry: बरेली जाने की अनुमति नहीं
Bareilly No Entry को लेकर उत्तर प्रदेश की राजनीति में हलचल मच गई है। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता माता प्रसाद पांडे शनिवार को बरेली का दौरा करने वाले थे। लेकिन प्रशासन ने उनके कार्यक्रम पर रोक लगा दी। पांडे के लखनऊ आवास के बाहर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया और पीजीआई थाना की ओर से नोटिस देकर साफ कर दिया गया कि उन्हें बरेली जाने की इजाजत नहीं है।
नेताओं के घरों पर पुलिस पहरा
Bareilly No Entry के आदेश के बाद सपा नेता जियाउर्रहमान बर्क के घर को भी पुलिस ने चारों ओर से घेर लिया। हालात ऐसे बने कि उन्हें हाउस अरेस्ट जैसी स्थिति का सामना करना पड़ा। अन्य नेताओं को भी घर से बाहर निकलने पर रोक दी गई। प्रशासन का कहना है कि यह कदम शांति और संवेदनशील माहौल को देखते हुए उठाया गया है।
बीएनएसएस की धारा 163 लागू
जिला मजिस्ट्रेट ने पत्र जारी कर बताया कि बरेली में Bareilly No Entry आदेश भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNSS) की धारा 163 के तहत लागू किया गया है। इस धारा के तहत कोई भी बाहरी व्यक्ति, संगठन या जनप्रतिनिधि सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना जिले में प्रवेश नहीं कर सकता। पुलिस को निर्देश दिए गए हैं कि किसी भी सूरत में प्रतिनिधिमंडल को बरेली की सीमा में न जाने दिया जाए।
प्रतिनिधिमंडल में कौन-कौन थे शामिल?
समाजवादी पार्टी का यह प्रतिनिधिमंडल काफी बड़ा था। इसमें Bareilly No Entry के तहत रोके गए नेताओं में माता प्रसाद पांडे के अलावा सांसद हरेंद्र मलिक, इकरा हसन, जियाउर्रहमान बर्क, मोहिबुल्लाह, नीरज मौर्य, पूर्व सांसद वीरपाल सिंह यादव और प्रवीण सिंह ऐरन शामिल थे। इन सभी नेताओं का कहना था कि वे सिर्फ स्थिति का जायजा लेने जा रहे थे, लेकिन प्रशासन ने उन्हें रोककर विपक्षी आवाज़ को दबाने की कोशिश की है।
बरेली में सुरक्षाबल और सन्नाटा
26 सितंबर को हुए बवाल के बाद बरेली में इस समय शांति तो है, लेकिन हालात सामान्य नहीं हैं। Bareilly No Entry के बीच शहर में भारी सुरक्षाबल तैनात है। बीते शुक्रवार को जुमे की नमाज 10,000 से ज्यादा पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में शांतिपूर्वक संपन्न हुई। हालांकि एहतियातन इंटरनेट और एसएमएस सेवाएं बंद रखी गई हैं। नौमहला मस्जिद और आला हजरत दरगाह के आसपास पुलिस गश्त कर रही है, दुकानें बंद हैं और बाजारों में खामोशी है।
2000 से ज्यादा लोगों पर केस दर्ज
26 सितंबर की झड़प के बाद पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की। Bareilly No Entry की पृष्ठभूमि इसी घटना से जुड़ी है। पुलिस ने 2,000 से ज्यादा अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया और 10 अलग-अलग एफआईआर भी दर्ज हुईं। अब तक 81 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इनमें स्थानीय मौलवी तौकीर रजा खान का नाम भी शामिल है।