सीजी भास्कर, 09 अक्टूबर। क्षत्रिय कल्याण सभा की महिला प्रकोष्ठ द्वारा भवन प्रांगण में सनातनी युवक युवतियों, महिलाओं के द्वारा माँ जगदंबे के मंदिर के सामने गरबा कर माँ की आराधना की गई। इस दौरान माँ के जयकारे और सनातन धर्मी नारों से प्रांगण गुंजायमान हो गया।
गौरतलब हो कि ‘गरबा नृत्य’ गुजराती संस्कृति है माँ की आराधना करने की, लेकिन भारत के अन्य क्षेत्रों के साथ-साथ छत्तीसगढ़ में भी बड़े यह नृत्य उल्लास और उत्साह के साथ किया जाता है। महाराणा प्रताप भवन में भी इसी परंपरा का निर्वहन करते हुए गरबा आयोजन किया गया। इस दौरान भक्तों को खिचड़ी और पूरी हलवा का प्रसाद भी वितरित किया गया। महिला प्रकोष्ठ की कार्यकारिणी के साथ-साथ समाज की अन्य सदस्यों ने भी पूरी ऊर्जा और भक्ति के साथ इस आयोजन में भाग लिया ।
नवरात्रि का पर्व प्रत्येक वर्ष की तरह इस वर्ष भी अखंड ज्योत प्रज्वलन के साथ शक्ति की उपासना कर मनाया जा रहा है। श्रद्धालुजनों द्वारा नियमित भोग का अर्पण होता है जिसे बाद में प्रसाद स्वरूप वितरित किया जाता है। महाराणा प्रताप भवन में चित्रकारी, मेहंदी, रंगोली जैसी प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जा रही हैं जिसमें बच्चे और बड़े मिलकर प्रतियोगिता का हिस्सा बन रहे हैं। कला और संस्कृति को संरक्षित रखने के कार्य में अपनी पुनीत सहभागिता प्रदान कर रहे हैं। माता के मंदिर में भजन कार्यक्रम भी क्षत्रिय कल्याण सभा की महिला प्रकोष्ठ द्वारा पंचमी के दिन आयोजित किया गया जिसमें माता को श्रृंगार सामग्री , फल–फूल, मिठाई, चुनरी आदि का अर्पण कर उनकी ओली भी भरी गई। सबके सुख और समृद्धि की कामना के साथ माता का आशीर्वाद सभी पर बना रहे ऐसी प्रार्थना की गई।