सीजी भास्कर, 22 जनवरी। सिविक सेंटर स्थित आईआईटियंस ग्रुप कोचिंग सेंटर के पार्टनर्स में रूपये के लेन-देन को लेकर उपजे विवाद में एक पार्टनर के परिवार ने दूसरे से जमकर मारपीट की है। सीएसपी सत्यप्रकाश तिवारी के पास पीड़ित पक्ष द्वारा उपलब्ध कराए गए सीसीटीवी फुटेज और शिकायत के बाद भिलाई नगर पुलिस ने चंद्रवंशी परिवार के 4 लोगों के खिलाफ बीएनएस की धारा 115(2), 3(5) व 351(2) के तहत अपराध पंजीबद्ध कर मामले को विवेचना में लिया है।
सीएसपी सत्यप्रकाश तिवारी ने बताया कि सिद्धार्थ चौरे एवं रितेश कुमार चौरे द्वारा प्रस्तुत शिकायत पत्र में कैलाश चन्द्रवंशी, तारन चन्द्रवंशी, प्रकाश चन्द्रवंशी एवं फल्कु चन्द्रवंशी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। विवाद कोचिंग संस्थान के आय व्यय को लेकर मारपीट करने के संबंध में है।
मामले की रिपोर्ट में 56 वर्षीय सिद्दार्थ चौरे ने बताया कि सिविक सेंटर भिलाई में उनके बेटे रितेश चौरे तथा कैलाश चंद्रवंशी दोनों पार्टनरशिप में आईआईटियंस कोचिंग संचालित करते हैं। रितेश का 60 तथा कैलाश की 40 फीसदी हिस्सेदारी है। सिद्धार्थ ने पुलिस को बताया कि कैलाश चंद्रवंशी पिछले लेनदेन के हिसाब को लेकर रितेश पर झूठे आरोप लगाकर अपने भाइयों से अवैध वसूली करवाना चाहता है। कोचिंग के हिसाब को लेकर 18 जनवरी 2024 को पार्टनर्स की पारिवारिक बैठक कर सुलह करवाई गई थी। इसमें सभी की देनदारी तय हो गई थी। यह तथ्य कैलाश तथा रितेश ने स्वीकार किया था। बैठक में लेन देन शून्य रखकर आगे कोचिंग को पुन: चालू किए जाने का समझौता हुआ था। तब कैलाश ने अपने भाई तारन चंद्रवंशी को 10 लाख रुपए के बदले 40 लाख रितेश पर दबाव डालकर वसूला था। फिर वर्ष 2024 को कोचिंग लास में चलने लगी जैसे कि रितेश ने बताया चौरे परिवार ने वर्तमान लेनदेन के मामले को लेकर कैलाश के पिता फलकुराम चंद्रवंशी से बात की। दोनों परिवार कोचिंग में बैठकर हिसाब कर ही रहे थे तभी कैलाश, प्रकाश, तारन चंद्रवंशी तथा फलकुराम चन्द्रवंशी द्वारा चौरे परिवार से मारपीट शुरू कर दी और रितेश का गला दबाकर जान से मारने का प्रयास किया। जिसका सीसीटीवी फुटेज भी है। घटना की शिकायत बाद भिलाई नगर पुलिस ने चंद्रवंशी परिवार से कैलाश, तारन, प्रकाश और फल्कुराम चन्द्रवंशी के खिलाफ जुर्म दर्ज किया है।